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अलीगढ़ में नगर निगम ने खर्च किए पांच करोड़, हालात पहले जैसे, विस्‍तार से जानें मामला

सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम के जुटाए संसाधन अब वर्कशाप से बाहर निकल रहे हैं। उम्मीद है कि व्यवस्था अब सुधरेगी। सड़कों पर कूड़ेदान नजर आएंगे घर-घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था बेहतर होगी।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 02:01 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 02:01 PM (IST)
अलीगढ़ में नगर निगम ने खर्च किए पांच करोड़, हालात पहले जैसे,  विस्‍तार से जानें मामला
सड़कों पर कूड़ेदान नजर आएंगे, घर-घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था बेहतर होगी।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम के जुटाए संसाधन अब वर्कशाप से बाहर निकल रहे हैं। उम्मीद है कि व्यवस्था अब सुधरेगी। सड़कों पर कूड़ेदान नजर आएंगे, घर-घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था बेहतर होगी। सफाई कर्मचारियों को हर वो उपकरण उपलब्ध हो रहा है, जिसके अभाव में उन्हें सफाई कार्य करने में परेशानी होती थी। ये संसाधन निगम ने आनन-फानन जुटाए थे, लेकिन इनका उपयोग न हो सका। लंबे समय से ये उपकरण यूं ही पड़े रहे। अब इन्हें जरूरत के मुताबिक उपयोग में लाया जा रहा है। अफसर कोरोना संकट के चलते इनका उपयोग न होने का हवाला दे रहे थे। हालात सामान्य होने पर पूरी क्षमता से इनका उपयोग किया जा रहा है।

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नगर निगम ने खर्च किए पांच करोड़

2019 में नगर निगम ने कूड़ा उठाने की मशीनें, वाहन, साफ-सफाई के उपकरण, कूड़ेदान आदि सामान खरीदा था। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए आटो टिपर वाहन दो बार में खरीदे गए थे। पहले 50 और दूसरी बार में 57 आटो टिपर खरीदे गए थे। इनमें करीब पांच करोड़ रुपये खर्च हुआ। लेकिन, इनमें 60 अाटो टिपर ही कूड़ा उठा रहे थे, बाकी वर्कशाप में खड़े थे। हथगाड़ी का उपयोग भी नहीं हो पा रहा था। तब 750 हथगाड़ी खरीदी गईं थीं। इनके जरिए सफाई कर्मचारी गली-मोहल्लों से कूड़ा उठाकर कूड़ा कलेक्शन प्वाइंट पर डालते हैं। इनमें से 50 फीसद भी नहीं चल पा रहीं। सारसौल स्थित वेस्ट सब स्टेशन पर खड़ी फिक्सड कांपैक्टर मशीन का इस्तेमाल पूरी क्षमता से नहीं हो पा रहा है। इसमें सवा दो करोड़ रुपये खर्च हुए थे। तसला, फांवड़े, रिक्शे, स्टील व प्लास्टिक के कूड़ेदान भी उपयोग में नहीं लाए जा सके थे। निगम अधिकारियों का कहना था कि आवश्यकता होने पर इन संसाधनों को उपयोग किया जाएगा। अब इन संसाधनों को उपयोग में लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिससे सफाई व्यवस्था बेहतर हो सके। नगर आयुक्त गौरांग राठी में इन सभी संसाधनों की सूची तलब कर आवश्यकतानुसार उपयोग करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद प्रत्येक वार्ड में इन्हें पहुंचाया जा रहा है। स्वच्छता निरीक्षक को इन संसाधनों का बेहतर उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। सफाई कर्मचारियों ने भी कहा गया है कि सफाई करने के लिए जो उपकरण उन्हें दिए जा रहे हैं, उनका वे स्वयं ख्याल रखें। वाहनों का संचालन और उनके रखरखाव पर विशेष ध्यान देने के साथ चालकों कि नियुक्ति की तैयारी भी चल रही है। नगर आयुक्त का कहना है कि उनका प्रयास है कि सफाई व्यवस्था बेहतर हो, किसी को शिकायत न रहे। नगर निगम की पूरी टीम इस दिशा में काम कर रही है।


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