Hathras Case : दलित महिलाओं को अपना दर्द बताते हुए मृतका की मां रो पड़ी
उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी की घटना को लेकर राजनीतिक व गैर राजनीतिक दल व संगठनों के कार्यकर्ताओंं का गांव में आना जारी है। इस दौरान पीड़िता की मां घटना बताते हुए रो पड़ी। पीड़िता के परिवार से विस्तृत घटना के बारे में अहम सवाल पूछे।
हाथरस, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी की घटना को लेकर राजनीतिक व गैर राजनीतिक दल व संगठनों के कार्यकर्ताओंं का गांव में आना जारी है। शुक्रवार को दिल्ली से आईं दलित आदिवासी महिला संगठन की महिलाओं ने मृतका के स्वजनों से मुलाकात की और घटना के बारे में जानकारी की। दलित आदिवासी महिला संगठन की निदेशक अभी रानी,अंजली सिंह, कनिका, नवीन एडवोकेट हाईकोर्ट, बीना सिंह आदि ने पीड़िता के परिवार से विस्तृत घटना के बारे में अहम सवाल पूछे। इस दौरान पीड़िता की मां घटना बताते हुए रो पड़ी। संगठन के सदस्यों ने कहा कि वह इस मामले में सरकार से ईमानदारी से इंसाफ़ की मांग करेंगे।
यह है मामला
14 सितंबर की सुबह अनुसूचित जाति की पीड़ता को गंभीर हालत मेें स्वजन कोतवाली चंदपा लेकर आए थे। पुलिस ने पीड़िता को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां से गंभीर हालत में अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया था। मां की तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव के ही संदीप पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। इधर लड़की की हालत में कई दिन तक सुधार नहीं आया। विवेचना कर रहे सीओ सादाबाद ब्रह्मसिंह ने पीड़िता के बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर मामले में धाराएं बढ़ाईं थीं। इससें संदीप के साथ-साथ उसके तीन अन्य साथियों को भी नामजद किया गया। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है। जेएन मेेेेेडिकल से पीड़िता को दिल्ली के सफदरजंग में रेफर कर दिया था। मंगलवार को पीड़िता की मौत हो गई थी। मंगलवार देर रात प्रशासन ने हाथरस के गांव बूलगढ़ी में अंतिम संस्कार कर दिया था। रात मेंं पुलिस द्वारा जबरन अंतिम संस्कार करने के विरोध में वाल्मीकि समाज-कांग्रेसी व पुलिस के बीच पथराव हो गया था। पुुुुुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस मामले में कांग्रेस के नेता श्यौराज जीवन समेत कांग्रेसियों के खिलाफ रिपोर्ट हुई थी। इसके बाद से राजनीतिक व गैर राजनीतिक दल व संगठनों के कार्यकर्ताओंं का गांव में आना जारी है।