मच्छरों की फौज ने लोगों का जीना किया दुश्वार, बचाव के लिए टीम गठित Aligarh news
सीएमओ ने ज्यादा से ज्यादा डेंगू रोगियों का पता लगाकर उन्हें उपचार पर लेने के लिए हर सीएचसी पर दो टीम गठित की हैं। पांच टीम शहर में बनाई गई हैं। जो डेंगू मलेरिया व बुखार से प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जरूरी कार्रवाई करेंगी।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। गर्मी-बारिश के मौसम में मच्छरों की नई फौज पैदा हो रही है। इससे डेंगू के साथ मलेरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। शनिवार को डेंगू के फिर 12 नए मामले सामने आए। सीएमओ ने ज्यादा से ज्यादा डेंगू रोगियों का पता लगाकर उन्हें उपचार पर लेने के लिए हर सीएचसी पर दो टीम गठित की हैं। पांच टीम शहर में बनाई गई हैं। जो डेंगू, मलेरिया व बुखार से प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जरूरी कार्रवाई करेंगी। सरकारी आंकड़ों में ही डेंगू रोगियों की संख्या 107 पहुंच गई है।
पहले रेपिड डायग्नोस्टिक किट से जांच
सीएमओ डा. आनंद उपाध्याय ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा डेंगू रोगियों का पता लगाने के लिए विभागीय टीमों को रेपिड डायग्नोस्टिक किट उपलब्ध करा दी गई हैं। सीएचसी-पीएचसी पर भी ये किट उपलब्ध हैं। संदिग्ध मरीजों की पहले किट से जांच होगी। पाजिटिव रिपोर्ट आते ही उसे चिकित्सीय निगरानी में रखा जाएगा। वहीं, नमूना एलाइजा जांच के लिए भेजा जाएगा।
मरीजों की मांगी सूचना
सीएमओ ने जेएन मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल व दीनदयाल अस्पताल के सीएमएस का पत्र लिखकर जनपद के डेंगू से प्रभावित होने की जानकारी दी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व प्राइवेट डाक्टर एसोसिएशन को पत्र लिखा है। कहा है कि चिकित्सालय में डेंगू पाजिटिव (एलाइजा एनएस-1/आइजीएम/आइजीजी/मलेरिया-पीएफ) रोगियों की सूचना नित्य कार्यालय में विभिन्न माध्यम से उपलब्ध कराई जाएं, ताकि निरोधात्मक कार्रवाई की जा सके।
100 रुपये की किट से जांच, 1500 तक वसूली
सीएमअो कार्यालय में शनिवार को पैथोलाजिस्टों की बैठक बुलाई गई। सीएमअो ने पैथोलाजिस्टों से डेंगू की संपूर्ण जांच (एलाइजा एनएस-1/आइजीएम/आइजीजी/मलेरिया-पीएफ) अधिकतम 1200 में करने की अपील की, जिसे पैथोलाजिस्टों ने मान लिया। सीएमअो ने कहा कि 100 रुपये वाली किट से जांच करके चिकित्सक 1200 से 1500 तक वसूले रहे हैं। यह रिपोर्ट डब्ल्यूएचओ से मान्य नहीं है, लेकिन चिकित्सक तुरंत रिपोर्ट देकर रोगी में भय पैदा कर रहे हैं। जबकि, डेंगू की रिपोर्ट आने में छह से आठ घंटे का समय लगता है। पैथोलाजिस्टों ने सीएमअो से मांग की कि, सभी लैब का सुपरविजन पैथोलाजिस्ट से करा लिया जाए। अवैध पैथोलाजी को अभियान चलाकर बंद किया जाएगा। झोलाछापों पर भी कार्रवाई हो। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि वायरल फीवर के चलते ही प्लेटलेट्स कम हो रही हैं। कहा, कि एलाइजा टेस्ट में पाजिटिव रिपोर्ट नगण्य हैं। इस मौके पर डा. अशोक कुमार, डा. यूएस वार्ष्णेय, डा. भरत वार्ष्णेय, डा. मनोरंजन, डा. मनीष कुमार वार्ष्णेय, डा. रिद्दी अवस्थी, डा. आर कुमार, डा. संजय अग्रवाल, डा. प्रिया गर्ग, डा.अमित जैन, डा. उरुज आबदी आदि मौजूद रहे। सीएमओ ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व प्राइवेड डाक्टर एसोसिएशन से अपील है कि डेंगू, मलेरिया व प्रकोप को देखते हुए मरीजों को न्यूनतम शुल्क में उपचार की पहल की जाए।