कोरोना संकट में श्रमिकों के खाते में नहीं पहुंची धनराशि, जांच शुरू
कोरोना संकट में पंजीक़त श्रमिकों को दी गई एक हजार रुपये की आर्थिक मदद में गड़बड़ी की जांच शुरू हो चुकी है। आठ सितंबर को विभाग के कानपुर मुख्यालय के वित्त नियंत्रक कन्हैया लाल ने जांच के निर्देश दिए थे।
अलीगढ़ जेएनएन: कोरोना संकट में पंजीक़त श्रमिकों को दी गई एक हजार रुपये की आर्थिक मदद में गड़बड़ी की जांच शुरू हो चुकी है। आठ सितंबर को विभाग के कानपुर मुख्यालय के वित्त नियंत्रक कन्हैया लाल ने जांच के निर्देश दिए थे। बैंक खातें में पैसा डालने वाले पटल से जुड़े संविदा कंप्यूटर ऑपरेटर जितेंद्र कुमार की सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं। यह कर्मी गाजियाबाद की अपट्रान पावर ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने नियुक्त किया था। सूत्रों ने बताया है कि टीम ने उन मजदूरों का डेटा मांगा है, जिनको एक हजार रुपया नहीं दिया गया। बिना पंजीकरण वाले मजदूर या दूसरे खाते में भेजे गए पैसा की जांच होगी। शिकायतकर्ताओं के बयान भी दर्ज होंगे।
यह है मामला
जांच के लिए उपश्रम आयुक्त कार्यालय में तैनात ज्येष्ठ लेखा परीक्षक सुरेंद्र सिंह व गाजियाबाद में तैनात लेखा परीक्षक शमशेर ङ्क्षसह नियुक्त किए। शुक्रवार को सहयोगियों के साथ दोनों लोग जापान हाउस स्थित उप श्रम आयुक्त कार्यालय पहुंचे। टीम चार दिन तक रहकर जांच करेगी। पहले दिन कुछ दस्तावेज व फाइल की मांग की। टीम ने गोपनीयता से कुछ कर्मचारियों से भी एक होटल पूछताछ की। सूत्रों ने बताया है कि टीम ने उन मजदूरों का डेटा मांगा है, जिनको एक हजार रुपया नहीं दिया गया। बिना पंजीकरण वाले मजदूर या दूसरे खाते में भेजे गए पैसा की जांच होगी। शिकायतकर्ताओं के बयान भी दर्ज होंगे।