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एमएलसी चुनाव परिणाम तय करेगा 2022 के विधानसभा का टिकट Aligarh news

स्नातक और शिक्षक एमएलसी चुनाव को भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मान रही है। इसके प्रदर्शन के आधार पर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी की जाएगी। चर्चा तो यहां तक है कि चुनाव की स्थिति को देखते हुए टिकट तय होगा।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 10:45 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 10:45 AM (IST)
एमएलसी चुनाव परिणाम तय करेगा 2022 के विधानसभा का टिकट Aligarh news
प्रदर्शन के आधार पर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी की जाएगी।

अलीगढ़, जेएनएन : स्नातक और शिक्षक एमएलसी चुनाव को भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मान रही है। इसके प्रदर्शन के आधार पर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी की जाएगी। चर्चा तो यहां तक है कि चुनाव की स्थिति को देखते हुए टिकट तय होगा। प्रदेश के एक बड़े पदाधिकारी ने साफ कह दिया है कि एमएलसी चुनाव में जो विधानसभा क्षेत्र कमजाेर रहेगा, वहां के जनप्रतिनिधि के टिकट पर संगठन विचार करेगा। हो सकता है कि उन्हें 2022 में मौका न दिया जाए।

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दमदारी से उतरी है भाजपा

विधान परिषद स्नातक और शिक्षक के चुनाव में भाजपा पहली बार दमदारी से उतरी है। इसलिए जिले और क्षेत्र के पदाधिकारी सभी को जिम्मेदारी दी गई थी। अभी करीब 20 दिन पहले आगरा में हुई बैठक में प्रदेश के एक बड़े नेता ने जनप्रतिनिधियों को सबसे अधिक घुट्टी पिलाई थी। बैठक में भाजपा के जिले के सभी जनप्रतिनिधि मौजूद थे। उन्होंने चुनाव में जी-जान से जुट जाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि इस चुनाव का परिणाम प्रत्येक जनप्रतिनिधि के 2022 के विधानसभा चुनाव के टिकट का मानक होगा। जिस भी विधानसभा क्षेत्र में एमएलसी प्रत्याशी को कम वोट मिलेगा तो उस नेता की टिकट मुश्किल हो जाएगी। बैठक के बाद आगरा से लौटे जनप्रतिनिधि और भाजपा नेता चुनाव में पूरी शिद्​दत से जुट गए थे। जनप्रतिनिधियों के अलावा भी कई टिकट के दावेदार थे, वह भी प्रचार में लग गए थे। वो अभी से अपने मौके की तलाश में हैं। मगर, मंगलवार को जिस प्रकार से स्नातक चुनाव में वोटिंग फीसद रहा है, उससे तो कई जनप्रतिनिधियों के टिकट पर तलवार लटकती नजर आ रही है। स्नातक के 47 हजार वोट में से आधे वोट भी नहीं पड़ सके। चुनाव के बाद से ही तमाम नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं। क्योंकि उन्हें पता है कि समीक्षा बैठक में उनसे सवाल किया जाएगा? ऐसे में वह क्या जवाब देंगे? क्योंकि स्थिति सभी के सामने हैं। हालांकि, अभी तक विधानसभा क्षेत्र वाइज आंकड़े तो नहीं आए हैं, मगर एक-दो दिन में आंकडे़ आने पर एक-एक नेता की पाेल खुल जाएगी। साफ पता चल जाएगा कि किसने कितनी मेहनत की है। हालांकि, अभी सभी को तीन दिसंबर को मतगणना का इंतजार है।


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