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अलीगढ़ व आसपास के क्षेत्रों में भारत का बंद का मिला जुला असर Aligarh news

कृषि कानूनों की वापसी को लेकर पूरे भारत में सोमवार को बंद का आहवान किया गया है। इसी कड़ी में अलीगढ़ में भी किसानों ने भी बंद का समर्थन किया है। अलीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा के साथ जुड़े तमाम किसान संगठन भी बंद का समर्थन कर रहे हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 10:50 AM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 12:21 PM (IST)
अलीगढ़ व आसपास के क्षेत्रों में भारत का बंद का मिला जुला असर Aligarh news
अलीगढ़ के धनीपुर मंडी के गेट पर धरना देते किसान।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। कृषि कानूनों की वापसी को लेकर पूरे भारत में सोमवार को बंद का आहवान किया गया है। इसी कड़ी में अलीगढ़ में भी किसानों ने भी बंद का समर्थन किया है। अलीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा के साथ जुड़े तमाम किसान संगठन भी बंद का समर्थन कर रहे हैं। व्यापारी संस्थान, यूनियनों से समर्थन मांग रहे किसान नेताओं ने सभी तरह की व्यापारिक गतिविधियां बंद रखने की अपील की है। रविवार को भी टोलियों में निकले किसान नेताओं ने जगह-जगह पोस्टर लगाए और सहयोग मांगा। इधर, बंद को लेकर पुलिस प्रशासन सर्तक है। किसान नेताओं की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

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धनीपुर मंडी पर ताला लगाकर धरने पर बैठे किसान नेता, हालांकि बाद में गेट खोल दिया गया।

 

पुलिस की मौजूदगी में मंडी के अंदर किसानों ने दिया धरना।

कस्बा चंडौस में अभी तक भारत बंद का खास असर नहीं नजर आ रहा है । बाजार सामान्य तरीके से ही खुला हुआ है।

अकराबाद क्षेत्र में भारत बंद का नहीं दिख रहा असर।

इगलास चौराहे पर पहुंच भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा के नेतृत्व में एसडीएम ने इगलास को दिया ज्ञापन।  इगलास में अभी तक भारत बंद का कहीं कोई असर नहीं है। जगह-जगह पुलिस तैनात है। बाजार सामान्य दिनों की तरह खुले हुए हैं।

सामान्य दिनों की ही तरह खुला कस्बा छर्रा का बाजार।

टप्पल यमुना ऐक्सप्रेसवे के पुल के नीचे किसान एकत्रित हो रहे हैं धरने पर बैठे किसान।

संयुक्त किसान मोर्चा ने किया था आह़वान

मुजफ्फरनगर रैली में संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया था। इसके बाद किसान संगठन इसके प्रचार-प्रसार में जुट गए। कहां किस स्तर पर विरोध होना है, यह भी तय कर लिया गया। शहर के अलावा गांव-गांव जाकर किसान नेताओं ने पोस्टर लगाकर बंद का समर्थन करने की अपील की। संयुक्त किसान मोर्चा की अलीगढ़ इकाई के संयोजक शशिकांत ने बताया कि अलीगढ़ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह ने बंद का समर्थन किया है। आल इंडिया लायर्स यूनियन के प्रांतीय सचिव ओपी शर्मा ने प्रदेशभर में यूनियन द्वारा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। उत्तर प्रदेश आटो रिक्शा चालक यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक गोस्वामी ने आटो चालकों से चक्का जाम रखने की अपील की है। गल्ला, फल-सब्जी व्यापारी संघ, मंडी व्यापारी भी साथ हैं। संयोजक ने बताया कि संगठन ने गाइडलाइन जारी की है। इसमें सुबह आठ बजे तक केवल दूध की बिक्री करने की अनुमति है। आमजन से रविवार शाम को ही आवश्यक का सामान खरीदने की अपील के साथ सोमवार को अनावश्यक यात्रा न करने का अनुरोध भी किया गया। वहीं, अभिभावकों से अपील है कि बच्चों को स्कूल, कोचिंग न भेजें। कार्यकर्ताओं से कहा है कि बंद में फंसे यात्रियों विशेषकर बच्चों के लिए दूध और खाने का बंदोबस्त करें। मेडिकल स्टोर, अस्पताल खुले रहेंगे। किसान सभा, क्रांतिकारी किसान यूनियन, भाकियू अंबावता, बेरोजगार मजदूर किसान यूनियन आदि संगठनों के कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।

किसानों की पदयात्रा

भाकियू (स्वराज) के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने बताया कि युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव राहुल यादव, सुभाष यादव, अनिल यादव के नेतृत्व में सुबह नौ बजे बिलौना भट्टे से मलसई अड्डे होते हुए गंगीरी चौराहे तक पदयात्रा निकलेगी। उधर, आलमपुर चौराहे से दादों तक और जलाली चौकी से मुख्य राजमार्ग तक पदयात्रा निकाली जाएगी।

ये हैं मांगें

- कृषि कानूनों की वापसी

- श्रमिक कोड रद्द किए जाएं

- पैट्रोल डीजल व रसोई गैस की कीमतें आधी हों

- रेलवे, बैंक, बीमा, बिजली आदि का निजीकरण बंद कर युवाओं को रोजगार मिले


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