अलीगढ़ में शमन योजना की हुई शुरुआत, एडीए की भरेगी झोली Aligarh news
पांच महीने से ज्यादा समय की रोक के बाद अब एक बार फिर अलीगढ़ विकास प्राधिकरण में शमन योजना की शुरुआत हो गई है। अब तक 50 से अधिक लोगों ने प्राधिकरण में अपने अवैध निर्माण को वैध कराने के लिए आवेदन किया है।
अलीगढ़, जेएनएन : पांच महीने से ज्यादा समय की रोक के बाद अब एक बार फिर अलीगढ़ विकास प्राधिकरण में शमन योजना की शुरुआत हो गई है। इसके तहत बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे हैं। अब तक 50 से अधिक लोगों ने प्राधिकरण में अपने अवैध निर्माण को वैध कराने के लिए आवेदन किया है। इससे प्राधिकरण के अफसरों को चेहरे खिले हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि अब शमन योजना से विभाग के खजाना में बढ़ोत्तरी होगी। प्राधिकरण की खाली झोली भरेगी। वहीं, नक्शे से अधिक निर्माण भी वैध होंगे।
पिछले साल जुलाई में लागू हुई योजना
शहर में सुनियोजित विकास की जिम्मेदारी विकास प्राधिकरण की है। इसी के हिसाब से प्राधिकरण नक्शा पास करता है। कई बार नक्शे के खिलाफ बने निर्माण को प्राधिकरण से वैध कर दिया गया है। इसके लिए भवन स्वामियों को संबंधित भवन का शमन कराना होता है। इसमें भी धनराशि जमा करनी होती है। पिछले साल जुलाई में शासन स्तर से नई शमन नीति 2020 को लागू किया था। इसमें आसानी से अवैध निर्माणों को वैध किया जा सकता था, लेकिन अक्टूबर में हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। अब नई शमन नीति की छह महीने की समय सीमा 20 जनवरी को खत्म हो चुकी है। ऐसे में अब शासन स्तर से पुरानी शमन नीति को बहाल करने का फैसला लिया गया है। इसकी अलीगढ़ विकास प्राधिकरण में शुरुआत हो चुकी है।
दिलचस्पी दिखा रहे लोग
इस योजना के तहत अब लोग बड़ी संख्या में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। अब तक 50 से अधिक आवेदन विकास प्राधिकरण में आ चुके हैं। उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि एडीए में शमन की शुरुआत हो चुकी है। जिन्होंने भी नक्शे से अधिक निर्माण किया है, वह नियमों के तहत अपने निर्माण का शमन करा सकता है।