दुनिया में अलग पहचान के लिए हर घर से निकले एक मितालीः मिताली राज
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने लड़कियों की खेल में पहचान दिलाने के लिए हर स्तर पर पहल की जरूरत बताई है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने लड़कियों की खेल में पहचान दिलाने के लिए हर स्तर पर पहल की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि एक मिताली से काम नहीं चलेगा। हर घर से एक मिताली निकले तो दुनिया में भारत की एक अलग पहचान बन जाएगी। इसके लिए बेटियों के अभिभावकों को आगे आना चाहिए।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने एएमयू के क्रिकेट पवैलियन मेंक्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारंभ किया। अलीगढ़ स्पोट्र्स एसोसिएशन की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता का दो अक्टूबर को समापन होगा। इसमें जिले की आठ टीमें शामिल हुई हैं। इन टीमों के खिलाडिय़ों को मिताली राज ने खेलने के टिप्स भी दिए।
बेटियों के प्रति समाज में नहीं बदली है सोच
इससे पहले उन्होंने कहा कि बेटियों की परवरिश को लेकर समाज की सोच अभी पूरी तरह नहीं बदली है। पूरी तरह सोच बदले बिना काम नहीं चलेगा। लड़के और लड़कियों में भेद खत्म करना समय की मांग है। लड़कियों की प्रतिभा निखारें। कैरियर के लिए उसे क्षेत्र का चयन करने की आजादी दी जाए। ताकि वह समाज में अलग पहचान बना सकें ।
देश में महिला खिलाडिय़ों की नहीं है कमी
खेलों में भागीदारी करने दें। महिलाओं के लिए क्रिकेट में अपार संभावनाएं हैं। उन्हें इस खेल के लिए आगे आना होगा। भारत में महिला खिलाडिय़ों की कमी नहीं हैं। जरूरत उन्हें आगे बढ़ाने, मौके उपलब्ध कराने की है। खास बात यह रही एएमयू में आई भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज को महिला खिलाड़ी बेहद कम दिखीं, जबकि इस मौके पर महिला खिलाडिय़ों की संख्या अधिक होनी चाहिए। ताकि उनका उत्साहवर्धन हो सके।