गलती स्वास्थ्य कर्मियों की, खामियाजा भुगतेंगे लाभार्थी Aligarh news
जमालपुर पीएचसी में फर्जी टीकाकरण की आरोपित संविदा एएनएम व अन्य स्टाफ पर भले ही कार्रवाई हो गई हो मगर उनकी करतूत से तमाम लाभार्थी टीके से वंचित हो गए हैं। अब तमाम लाभार्थी इस बात को लेकर दुविधा में हैं कि उन्हें टीका लगा अथवा नहीं।
अलीगढ़, जेएनएन। जमालपुर पीएचसी में फर्जी टीकाकरण की आरोपित संविदा एएनएम व अन्य स्टाफ पर भले ही कार्रवाई हो गई हो, मगर उनकी करतूत से तमाम लाभार्थी टीके से वंचित हो गए हैं। अब तमाम लाभार्थी इस बात को लेकर दुविधा में हैं कि उन्हें टीका लगा अथवा नहीं। अधिकारी स्वयं भी ये बात मान रहे हैं कि काफी लोग टीके से वंचित हो चुके हैं, लेकिन किसे टीका लगा और किसी नहीं, यह अभी तक पता नहीं चला है। ऐसे में यहां पुन: टीकाकरण भी नहीं हो सकता। अधिकारी इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों की करनी का खामियाजा काफी लाभार्थियों को टीके से वंचित रहकर भुगतना पड़ेगा।
22 मई को फर्जी टीकाकरण का मामला आया सामने
जमालपुर पीएचसी में 22 मई को स्टाफ द्वारा फर्जी टीकाकरण का मामला सामने आया। स्टाफ ने काफी लाभार्थियों को केवल सूईं चुभोकर गुमराह किया। जबकि, वैक्सीन भरी सिरिंज कचरे में फेंक दी। ऐसी 29 सिरिंज मौके से बरामद भी हुईं। अफसरों को आशंका है कि यहां बिना वैक्सीनेशन के ही कोविन पोर्टल को अपडेट किया गया है। सीएमओ डा. बीपीएस कल्याणी ने बताया कि यह बात ठीक है कि काफी लोगों को टीका नहीं लगा है, लेकिन यह कैसे पता चले कि किन-किन लोगों को टीका नहीं लग पाया। क्योंकि, निर्धारित शेड्यूल के अंतर्गत ही दूसरा टीका लगाया जा सकता है। हर लाभार्थी को यह मानकर पुन: टीका नहीं लगा सकते, उसका पूर्व में टीकाकरण नहीं हुआ। क्योंकि, यदि उसे पूर्व में टीका लग गया होगा तो पुन: टीका लगने से नुकसान भी हो सकता है। वहीं, शेड्यूल न होने के कारण कोविन पोर्टल भी अपडेट नहीं हो पाएगा। लिहाजा, अभी तक तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है। इसके लिए शासन से दिशा-निर्देश मांगे जाएंगे। बहरहाल, लोग अभी इंतजार करें।