अब अलीगढ़ में होगा कैंसर के मरीजों का इलाज, मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल ने विशेष ऑन्कोलॉजी ओपीडी सेवाएं की शुरू
मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल अब अलीगढ़ में कैंसर के मरीजों का इलाज और डायग्नोसिस करेगा। अलीगढ़ के कुमार नर्सिंग होम में विशेष ऑन्कोलॉजी ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी है। यह ओपीडी सेवा हर महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार को उपलब्ध रहेगी।
अलीगढ़, जागरण टीम: कैंसर के मरीजों का दशकों से सर्वश्रेष्ठ इलाज कर रहे मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल पटपड़गंज नई दिल्ली ने अब अलीगढ़ के लोगों का कैंसर इलाज और डायग्नोसिस करने के लिए मैक्स पेशेंट असिस्टेंस सेंटर, कुमार नर्सिंग होम, रामघाट रोड अलीगढ़ में विशेष ऑन्कोलॉजी ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी है।
यह ओपीडी सेवा हर महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार को उपलब्ध रहेगी जहां विशेषज्ञ डॉक्टर विभिन्न प्रकार के कैंसर पर परामर्श और इस तरह के कैंसर से निजात पाने की आधुनिक उपचार पद्धतियों के बारे में बताएंगे।
यह सेवा अलीगढ़ तथा आसपास के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा पाने के लिए दूरदराज के इलाकों जाने की परेशानी और पैसे बचाएगी।
इस मौके पर मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज, नई दिल्ली में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के मुख्य कंसल्टेंट डॉ. अरुण वर्मा मौजूद थे और वह हर महीने यहां परामर्श देने आएंगे। मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने कैंसर के बढ़ते मामलों और आधुनिक उपचार पद्धतियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कैंसर के इलाज के लिए उपलब्ध न्यूनतम चीर-फाड़ वाली शल्यक्रिया के बारे में भी बताया कि कैसे मरीजों को इससे तेज रिकवरी मिल पाती है।
डॉ. अरुण वर्मा बताते हैं, 'श्रमरहित लाइफस्टाइल तथा अस्वास्थ्यकर खानपान की बढ़ती आदतों के कारण हर साल कैंसर मरीजों की संख्या अभूतपूर्व रूप से बढ़ती जा रही है। हाल के दिनों में कैंसर की आधुनिक समझ से इससे बचाव और इलाज की बेहतर रणनीति बनाने में मदद मिली है। रेडिएशन थेरापी आखिरी चरण के कैंसर मरीजों के लिए भी वरदान साबित हुई है जिसका इस्तेमाल सर्जरी और कीमोथेरापी के साथ ही किया जा सकता है। यह थेरापी ट्यूमर के सटीक आकार पर लक्ष्य करने के लिए इमेज गाइडेंस तकनीक का इस्तेमाल करती है। एडवांस रेडिएशन थेरापी से भी आसपास की स्वस्थ कोशिकाओं और अंगों को नुकसान से बचाया जा सकता है।'
चिकित्सकों के अनुसार, भारत में पुरुषों और महिलाओं की समयपूर्व मृत्यु का एक बड़ा कारण कैंसर है।
ग्लोबाकैन 2020 इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, कैंसर के 13.24 लाख नए मामले दर्ज हैं जिनमें से 11.42 फीसदी लोगों की मौत ओरल कैंसर के कारण हुई है। वैश्विक स्तर पर 40 साल से कम उम्र की 7 फीसदी आबादी ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित है जबकि भारत में यह दर दोगुनी यानी 15 फीसदी है। यहां महिलाओं की मौत का यह सबसे बड़ा कारण है। सभी तरह के कैंसर के मामलों में 25 फीसदी मरीजों की मौत हो जाती है और भारत में ही पिछले साल कैंसर के नए मरीजों में 18 फीसदी इजाफा हुआ है।
डॉ. अरुण वर्मा कहते हैं, 'रेडिएशन थेरापी कैंसर के इलाज में प्रभावी रूप से इस्तेमाल की जाती है और इसके लक्षणों को कम करती है, वहीं रेडिएशन की ज्यादा खुराक से कैंसर के दोबारा पनपने की संभावना भी कम हो जाती है। मैक्स हॉस्पिटल ने अत्याधुनिक ट्रूबीम टेक्नोलॉजी में निवेश किया है। ट्रूबीम से रेडिएशन के जरिये कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव आया है। यह टेक्नोलॉजी बड़े से बड़ा और जटिल ट्यूमर के इलाज में भी कारगर है जिसमें एक मिलीमीटर से भी कम त्रुटि की संभावना रहती है।'