हाथरस में पुलिस ने मथुरा के वारंटी को दी थर्ड डिग्री, दो घंटे उल्टा लटकाकर पीटा
अलीगढ़ : हत्या के मामले में फरारी काट रहा मथुरा का वारंटी हाथरस पुलिस के हाथ लगा तो रातभर पीटा। दो घ
अलीगढ़ : हत्या के मामले में फरारी काट रहा मथुरा का वारंटी हाथरस पुलिस के हाथ लगा तो रातभर पीटा। दो घंटे उल्टा लटकाकर डंडे बरसाए। हालत बिगड़ने पर होश उड़े तो पुलिस उसे लेकर इधर-उधर घूमी, फिर शुक्रवार शाम अलीगढ़ जेल ले आई। मगर हालत ऐसी थी कि जेल प्रशासन ने उसे लेने से इन्कार कर दिया। सलाह दी कि मेडिकल बोर्ड से परीक्षण कराया जाए। तब पुलिस ने इसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाए गए शिव नरायण उर्फ जुन्ना पुत्र पूरन चंद निवासी गढ़उमराव सादाबाद (हाथरस) का कहना है कि वह गिलेट की भट्टी पर काम करता था। मथुरा के थाना बल्देव क्षेत्र में गांव बरौली के कदमखंडी मंदिर पर 2014 में एक युवक की हत्या हुई थी। इसमें रंजिशन उसे नामजद कर दिया गया। दो साल पहले जमानत मिली, मगर हाजिर न होने पर कोर्ट ने गिरफ्तार वारंट जारी कर दिए। मथुरा पुलिस ने सादाबाद थाने में वारंट तामील करा दिए। गुरुवार को सादाबाद पुलिस उसे घर से उठा ले गई। पहले जिला अस्पताल लाकर परीक्षण कराया, कोई चोट नहीं मिली। फिर उसे मारते पीटते थाने लाया गया। यहां पुलिसकर्मियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। पुलिसकर्मी कहने लगे, तेरी वजह से कोर्ट ने हमारा वेतन रोक दिया है और तू फरारी काटकर मजे ले रहा है। विरोध करने पर गाटर से उल्टा लटका दिया और डंडों से पीटा गया। दो घंटे तक डंडे चलते रहे। फिर नीचे उतार कर पीटा। शुक्रवार को सुबह जब हालत मरणासन्न हुई तो पुलिस वालों के हाथ पांव फूल गए। पुलिस उसे इधर-उधर घुमाती रही। फिर शाम को जेल में दाखिल करने ले आई। जेल चिकित्सक ने परीक्षण के बाद उसे दाखिल करने से साफ इन्कार कर दिया। तब उसे जिला अस्पताल की इमरजेंसी लाया गया। यहां तैनात डॉक्टर इकरार अहमद ने वारंटी की हालत देखकर मेडिकल परीक्षण से मना कर दिया। सीएमएस चिकित्सकों के साथ पहुंचे और कोर्ट व वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर मेडिकल बोर्ड से परीक्षण कराने का निर्णय लिया गया। फिलहाल उसका इलाज चिकित्सकों की देखरेख में चल रहा है। सीएमएस डॉ. रामकिशन का कहना है कि सीएमओ के आदेश पर बोर्ड गठित होता है। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। जैसे भी निर्देश मिलेंगे, अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
सादाबाद के इंस्पेक्टर केपी सिंह का कहना है कि थर्ड डिग्री इस्तेमाल का आरोप गलत है। उसे पकड़ने के लिए प्रयास करते समय वह दो बार गिरकर घायल हुआ था। यह हत्या आदि के मामले में पूर्व में भी जेल जा चुका है। एसपी सुशील घुले ने बताया कि शिव नारायण का मामला संज्ञान में आया है लेकिन अभी जेल से कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है।