अलीगढ़ में मालगाड़ी का गेट पोल से टकराकर टूटा, शताब्दी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें रुकीं
हरदुआगंज से सोमवार की शाम कोयला उतारकर कानपुर जा रही मालगाड़ी का लोहे का गेट (डाला) अचानक खुल गया और ओएचई लाइन के पोल से टकराकर टूट गया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। हरदुआगंज से सोमवार की शाम कोयला उतारकर कानपुर जा रही मालगाड़ी का लोहे का गेट (डाला) अचानक खुल गया और ओएचई लाइन के पोल से टकराकर टूट गया। इससे बिजली का पोल टेढ़ा हो गया और ओएचई वायर व इंसुलेटर ढीले हो गए। गनीमत रही घटना के वक्त वहां से पार्सल यान ट्रेन गुजर रही थी, और चालक की नजर पड़ी तो इमरजेंसी ब्रेक लगा लिए अन्यथा गंभीर हादसा हो सकता था। इस दौरान कानपुर की ओर जाने वाली डाउन लाइन की ट्रेनों को आउटर पर ही रोक दिया गया। करीब तीन घंटे तक दिल्ली-कानपुर ट्रैक बाधित रहा। बाद में टेढ़े हुए पोल को बदलने के बाद रात साढ़े दस बजे ट्रेनों का आवागमन शुरू हो सका।
कोयला उतारकर कानपुर जा रही थी मालगाड़ी
हरदुआगंज तापीय परियोजना से मालगाड़ी संख्या एचपी 55 कोयला उतारकर शाम करीब साढ़े सात बजे अलीगढ़ पहुंची। यहां से गाड़ी को कानपुर की ओर रवाना कर दिया गया। मालगाड़ी जैसे ही छर्रा अड्डा पुल से पहले गुरुद्वारे के सामने पहुंची तभी लोहे का गेट (डाला) अचानक खुल गया और वह पोल संख्या 1325/ 20 से जा टकराया और गेट टूटकर वहीं गिर पड़ा। गेट के पोल से टकराने पर ओएचई लाइन का पोल टेढ़ा हो गया। हालांकि मालगाड़ी बिना रुके ही वहां से गुजर गई। घटना के कुछ देर बाद ही एनजीसी वीपी पार्सल यान ट्रेन वहां से गुजरी तो चालक की नजर टेढ़े हुए पोल व ओएचई लाइन के ढीले तार व इंसुलेटर पर पड़ी, उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। फिर कंट्रोलर को जानकारी दे दी।
रेलवे अफसरों में मची खलबली
सूचना पर रेलवे अफसरों में खलबली मच गई और ट्रेनों को जहां की तहां खड़ा कराकर वे मौके पर दौड़ पड़े। स्टेशन अधीक्षक डीके गौतम, आरपीएफ इंस्पेक्टर सीएस तोमर, क्राइम ब्रांच आरके कौशिक, जीआरपी राजेश कुमार के अलावा इलेक्ट्रिकल विभाग से जुड़े कर्मचारी पहुंच गए। उन्होंने ब्रेक डाउन कराने व ओएचई लाइन को बंद कराने के बाद टेढ़े हुए पोल को बदलने व ओएचई वायर व इंसुलेटर को सही करने का काम शुरू कर दिया।
शताब्दी समेत कई ट्रेनें रुकीं
रात करीब पौने नौ बजे दिल्ली की ओर जा रही अप लाइन की शताब्दी एक्सप्रेस को रवाना कराया। इसके बाद डाउन लाइन की पार्सल यान को रवाना करा दिया, जबकि रात साढ़े दस बजे ट्रैक को ट्रेनों के आवागमन के लिए सुचारू कर लिया गया। स्टेशन अधीक्षक डीके गौतम ने बताया कि हादसे के चलते पार्सल यान के अलावा वैशाली एक्सप्रेस व कैफियात एक्सप्रेस ट्रेन ही प्रभावित रही है, जबकि हादसे से पूर्व ही पूर्वा एक्सप्रेस समेत मेल एक्सप्रेस ट्रेन गुजर चुकी थीं। मालगाड़ी का गेट सही से बंद नहीं हुआ था जिससे वह अचानक खुल गया था।
स्टेशन पर टूटता गेट तो होता बड़ा हादसा
मालगाड़ी का गेट यदि स्टेशन पर टूट जाता तो गंभीर हादसा हो सकता था। क्योंकि प्लेटफार्म पर रेलवे लाइन के सहारे यात्रियों की भीड़ हर वक्त लगी रहती है। पूर्व में भी हो चुका है हादसा स्टेशन पर मालगाड़ी का गेट टूटने की करीब दो साल पहले भी घटना हो चुकी है, जिसकी चपेट में आकर आधा दर्जन यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए थे।