उद्योग लगाएं बेरोजगार, सरकार ने खोला खजाने का मुंह, जानें पूरा मामला Aligarh news
कोरोना संकट काल में खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित योजनाएं भले ही धीमी पड़ गई हों मगर अब सरकार ने इसपर तेजी से काम शुरू कर दिया है। नई इकाई लगाने के लिए बेरोजगार युवक-युवतियों को भटकना नहीं पड़ेगा।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना संकट काल में खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित योजनाएं भले ही धीमी पड़ गई हों, मगर अब सरकार ने इसपर तेजी से काम शुरू कर दिया है। नई इकाई लगाने के लिए बेरोजगार युवक-युवतियों को भटकना नहीं पड़ेगा। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अन्तर्गत अधिकतम 25 लाख रूपये तक का ऋण बैंक के माध्यम से दिया जाएगा। सरकार की योजना से बेरोजगार युवक युवतियों को लाभ होगा और वे अपना जीविकोपार्जन कर सकेंगे। इससे आत्मनिर्भर भारत में मदद मिलेगी। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है। अगर बेरोजगार युवकों को किसी भी प्रकार की परेशानी होती है तो वे जारी किए गए नंबर पर भी संपर्क कर सकते हैं।
ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र के बेरोजगार युवक युवतियों आज ही करें आवेदन
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी अशोक सिंह ने उत्तर प्रदेश खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया है कि जनपद के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में बेरोजगार युवक-युवतियों को ग्रामोद्योग की नई इकाई की स्थापना के लिए आनलाइन ऋण आवेदन पत्र आमंत्रित किए जा रहे हैं। योजना में सामान्य वर्ग के पुरुष लाभार्थियों को 25 फीसद और आरक्षित व महिला लाभार्थियों को 35 प्रतिशत मार्जिन मनी अनुदान अनुमन्य है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों की वित्त पोषित इकाइयों को अधिकतम 13 प्रतिशत तक ब्याज उपादान की सुविधा तीन वर्ष तक दिए जाने का प्राविधान है। इच्छुक अभ्यर्थी वेबसाइट www.kviconline.gov.in पर जाकर (KVIB) एजेंसी पर आनलाइन ऋण आवेदन कर सकते हैं।
यहां करें संपर्क
योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए कार्यालय जिला ग्रामोद्योग अधिकारी, उ.प्र. खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, त्रिमूर्ति नगर (पुलिस गैस गोदाम के पास) बरौला बाईपास, अलीगसे व दूरभाष नंबर- 7408410755 पर संपर्क कर सकते है।
इन उद्योगों को वरीयता
- -खनिज आधारित उद्योग
- -वनाधारित उद्योग
- - कृषि आधारित उद्योग
- - खाद्य उद्योग
- - रसायन आधारित उद्योग
- - उद्योग इंजीनियरिग
- - गैर परपंरागत ऊर्जा
- - वस्त्र उद्योग आदि