Lockdown extension part-2 : अलीगढ़ के डीएम बोले, न कोई भूखा रहेगा, न संक्रमण बढ़ेगा
कोरोना वायरस को लेकर देश भर में तीन मई तक किए गए लॉकडाउन एक्सटेंशन पार्ट -2 की तैयारियों से डीएम चंद्रभूषण सिंह संतुष्ट नजर आए।
अलीगढ़[जेएनएन]। कोरोना वायरस को लेकर देश भर में तीन मई तक किए गए लॉकडाउन एक्सटेंशन पार्ट -2 की तैयारियों से डीएम चंद्रभूषण सिंह संतुष्ट नजर आए। दैनिक जागरण से बातचीत में डीएम ने कहा कि जनता कफ्र्यू के बाद जिस दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया तो सबसे पहले मेरे मन में दो बातें आईं। पहला हर व्यक्ति तक खाना पहुंचाना व दूसरा लॉकडाउन का सख्ती से पालन।
खरीददारी की छूट दी
डीएम ने बताया कि पहले अफसरों के साथ बैठक कर प्लान तैयार किया। सभी को प्रदेश व केंद्र सरकार एडवाइजरी के बारे में जानकारी दी। सुबह सात से 11 बजे तक आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी की छूट दी गई। आवश्यक वस्तुओं से जुड़े लोगों को पास जारी किए गए। मुझे पता था लॉकडाउन लंबा है तो बाजारों में खरीदारी को भीड़ उमड़ेगी। मुनाफाखोरी व कालाबजारी बढ़ेगी। शहर को सात सेक्टरों में बांटकर मजिस्ट्रेट तैनात किए। इससे काफी हद तक कालाबाजारी रुकी। अधिक भीड़-भाड़ वाले बाजारों को बंद किया। कोई भी भूखा न रहे, इसके लिए फूड बैंक की शुरुआत की। स्वयंसेवी संगठन, जनप्रतिनिधियों ने भी इसमें सहयोग किया।
पचास हजार लोगों को पहुंचाई सामग्री
डीएम ने बताया कि हर दिन करीब 15 से 20 हजार लोगों को यहीं से कुक्ड फूड खिलाया जाता है। अब तक 50 हजार लोगों तक आलू, आटा, चावल व दाल समेत अन्य राशन पहुंचाया जा चुका है। विदेश व दूसरे शहरों से लौटे 20 हजार लोगों को क्वारंटाइन किया गया। सभी के स्वास्थ्य पर निगरानी रखी गई। अधिकांश लोग क्वारंटाइन से बाहर आ चुके हैं।
जमातियों को क्वारंटाइन किया
सभी स्वस्थ हैं। शेल्टर होम में क्वारंटाइन 54 लोगों को भी 14 दिन का समय पूरा हो गया है। इन्हें वापस भेजा जा रहा है। जमातियों की तलाश में अभियान चलाया गया। 50 जमाती मिले। सभी को क्वारंटाइन कर सैंपल की जांच की। एक पॉजिटिव मिला। उसमें संक्रमण का कोई लक्षण नहीं है, इसलिए लेवल-1 हॉस्पिटल में रखा गया। जांच टीम लगी हैं।
रोजाना होती है समीक्षा
जिलेभर में अभियान चलाया जा रहा है। इसमें हर व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच व थर्मल स्क्रीङ्क्षनग हो रही है। किसी को खांसी बुखार मिलता है तो भर्ती कराया जाता है। सरकार की प्राथमिकता वाली पेंशन, राशन, सम्मान निधि समेत अन्य योजनाओं का लोगों को लाभ दिया गया। सीमाओं पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है। हर दिन कलक्टे्रट में एक बजे समीक्षा करता हूं। इसमें मजिस्ट्रेटों समेत सभी नोडल अधिकारी शामिल होते हैं। अगले दिन के लिए सभी का काम तय कर दिया जाता है।
जिले की सीमाओं पर निगरानी
डीएम ने बताया कि कंट्रोल रूम भी 24 घंटे अलर्ट रहता है। 14 विभागों के नोडल अधिकारियों के पास सीधे फोन पहुंचता है। आइजीआरएस शिकायतों की मैं खुद मॉनिटर करता हूं। शहर में भ्रमण करता हूं। दो-तीन दिन बाद सीमाओं को भी परखता हूं। अब तक जिले की स्थिति अच्छी रही है। लोग इसी तरह सहयोग करें तो न कोई भूखा रहेगा, न संक्रमण बढ़ेगा। घरों में रहें। आवश्यक काम पर ही बाहर निकलें। पुलिस-प्रशासन हर चुनौती से निपटने को तैयार है। राशन, चीनी, चाय, दूध समेत सभी आवश्यक वस्तुओं का भरपूर भंडार है। कुछ रेस्टोरेंट से होम डिलीवरी शुरू हो गई है। आने वाले दस दिन चुनौती पूर्ण हैं। यह समय निकल गया तो फिर जिला बड़ी विजय हासिल कर लेगा। मैं जिले के हर नागरिक को आश्वास्त करता हूं कि किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी। प्रशासन 24 घंटे साथ खड़ा है।