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Lockdown 2: ढपली वाले...गाने पर ऋषि कपूर संग झूम उठे थे शहरवासी Aligarh News

दुनिया से विदा हुए मशहूर फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर का अलीगढ़ से भी नाता रहा है। यहां उन्होंने बॉलीवुड नाइट में भाग लिया था।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 11:16 AM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 08:00 AM (IST)
Lockdown 2: ढपली वाले...गाने पर ऋषि कपूर संग झूम उठे थे शहरवासी Aligarh News
Lockdown 2: ढपली वाले...गाने पर ऋषि कपूर संग झूम उठे थे शहरवासी Aligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन]: दुनिया से विदा हुए मशहूर फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर का अलीगढ़ से भी नाता रहा है। यहां उन्होंने बॉलीवुड नाइट में भाग लिया था। नुमाइश मैदान स्थित कृष्णांजलि नाट्यशाला में आयोजित नाइट में उन्होंने जयाप्रदा संग कई गानों पर डांस किया था। जिन पर लोग खूब झूमे। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़े मशहूर लेखक राही मासूम रजा ने भी उनकी कई फिल्मों के लिए डायलॉग लिखे। ऋषि कपूर की अलीगढ़ में उद्योगपति धनजीत वाड्रा के रिश्तेदारी भी है। उनके घर भी वह आ चुके हैं।

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22 वर्ष पहले आए थे अलीगढ़ आए थे ऋषि कपूर

ऋषि कपूर 11 जनवरी 1998 में अलीगढ़ आए थे। तब अलीगढ़ नगर निगम की ओर से नुमाइश मैदान स्थित कृष्णांजलि नाट्यशाला में बॉलीवुड नाइट का आयोजन कराया था। आयोजन की कमान संभालने वाले विष्णु कुमार बंटी ने बताया कि ऋषि कपूर के साथ जयाप्रदा, चंकी पांडेय, शक्ति कपूर, पल्लवी जोशी, गीतकार रवींद्र जैन, आयशा जुलका, बावला मेहता भी आए थे। ऋषि कपूर ने खुद तो कई गानों पर डांस किया ही, जयाप्रदा के साथ ढपली वाले ढपली बजा गाने पर बेहतरीन प्रस्तुति दे दी थी। पूरा पांडाल उनके साथ झूम उठा था। शक्ति कपूर ने भी नेकर में खूब मस्ती की थी।

विवादों में घिरी थी नाइट, भीड़ आई थी कम 

नगर पालिका को 1995 में ही नगर निगम का दर्जा मिला था। ऐसे में शहर की मूल भूत सुविधाएं देने के लिए निगम के पास पर्याप्त बजट नहीं था। निगम की कमाई के लिए नाइट का आयोजन किया गया। इसमें वीवीआइपी टिकट की कीमत दस रखी गई थी। जबकि सामान्य टिकटों की कीमत पांच हजार, दो हजार व एक हजार रखी गई थी। तब पार्षद रहे मुकेश उपाध्याय माची ने बताया कि व्यावसायिक नाइट होने पर मनोरंजन विभाग ने नोटिस भेज दिया। पुलिस ने भी पैसे का हवाला देते हुए सुरक्षा व्यवस्था से हाथ खींच लिए। इस पर नगर निगम ने यहां तक कह दिया कि हम अपने सफाई कर्मचारी ठंडा लेकर सुरक्षा में खड़े करेंगे। इस विवाद से पूरा आयोजन ही विवादों में पड़ गया। लोग इसी असमंजस में थे कि नाइट हो पाएगी या नहीं। टिकट की कीमत भी अधिक रखी थी। इस कारण भीड़ कम पहुंची और कृष्णांजलि का आधा पंडाल ही भर सका।

धनजीत वाड़ा के घर लग जाता था हुजूम

ऋषि कपूर की मां कृष्णा कपूर शहर के प्रमुख उद्योगपति धनजीत वाड्रा की बूआ थीं। 1998 में ऋषि जब अलीगढ़ आए थे उनके सेंटर प्वाइंट स्थित आवास पर भी गए थे। ऋषि को देखने के लिए उनके घर पर भीड़ जमा हो गई थी। धनजीत वाड्रा ने बताया कि ऋषि कपूर ने किसी को नाराज नहीं किया। सभी मिले भी।

मासूम रजा ने लिखे थे डायलॉग

एएमयू में पढ़े राही मासूम रजा ने ऋषि कपूर अभिनीत फिल्म कर्ज, तवायफ व बड़े दिलवाला में डायलॉग लिखे। कर्ज का डायलॉग 'प्यार करने वाले एतवार का सर्टिफिकेट नहीं मांगते' और बड़े दिलवाला का 'कोठे की दहलीज पर आग होती है, उस पर पैर रखते ही लड़की की इज्जत जल जाती है और वो इज्जतदार से तवायफ बन जाती है'। 1985 में आई  सागर फिल्म को स्क्रिप्ट जावेद अख्तर ने लिखी थी। जावेद अख्तर भी एएमयू के छात्र रहे हैैं। ऋषि कपूर के दादा पृथ्वी राज कपूर भी 1940 में अलीगढ़ आए थे। यहां उन्होंने तस्वीर महल सिनेमा घर में प्ले कराया था।

रिश्तेदार ही नहीं मेरे दोस्त भी थे : वाड्रा

उद्योगपति धनजीत वाड्रा ने कहा है ऋषि कूपर मेरे रिश्तेदार ही नहीं अच्छे दोस्त भी थे। हमेशा मुस्कराते रहते थे। डेढ़ साल पहले मेरी मुलाकात उनसे दिल्ली के फोर्टस हॉस्पीटल में हुई थी। तब उनके बहनोई राजन नंदा का देहांत हुआ था। तब वहां बात हुई थी कि किसी खुशी के समय मुलाकात की जाएगी। इसके बाद वह इलाज के लिए अमेरिका चले गए। वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में भी नहीं आ सके। मेरा व पत्नी प्रीति की तरफ से नीतू भाभी को हार्दिक संवेदनाएं। लॉकडाउन के चलते हम मुंबई भी नहीं जा सकते।


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