एएमयू में पढ़ रहा लीबिया का युवक पकड़ा, डीएल बनवाने गया था आरटीओ ऑफिस
आरटीओ दफ्तर में स्टाफ हक्का-बक्का रह गया जब विदेशी युवक ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने पहुंच गया। स्टाफ ने अधिकारियों को जानकारी दी। युवक को बन्नादेवी पुलिस के हवाले कर दिया गया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। आरटीओ दफ्तर में स्टाफ उस समय हक्का-बक्का रह गया, जब विदेशी युवक अलीगढ़ में बना आधार कार्ड लेकर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने पहुंच गया। स्टाफ ने अधिकारियों को जानकारी दी। मामला संदिग्ध देख युवक को बन्नादेवी पुलिस के हवाले कर दिया गया। पूछताछ में पता चला कि युवक लीबिया का नागरिक है और यहां अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एमटेक का छात्र है। इसकी तस्दीक के लिए एएमयू से प्रॉक्टोरियल टीम को बुलाया गया। छात्र ने बताया कि उसने एक्ट-2016 के तहत जमालपुर जनसेवा केंद्र से आधार कार्ड बनवाया था, जो मान्य है। इसके बाद ही छात्र को प्रॉक्टोरियल टीम के हवाले किया गया।
संदिग्ध लगने पर पकड़ा
आरटीओ दफ्तर में लर्निंग लाइसेंस पटल पर राजकुमार गौतम की ड्यूटी थी। दो युवक पहुंचे। एक ने अपना परिचय देकर स्टाफ को बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस का ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसे वह लेने आया है। अंग्रेजी में बोलचाल, हाव-भाव देखकर स्टाफ को वह संदिग्ध विदेशी लगा। आवेदन के साथ लगाया गया आधार कार्ड सिविल लाइंस क्षेत्र में जमालपुर जनसेवा केंद्र से बना था। कार्ड में उसका नाम मोहम्मद हुसैन अली पुत्र हुसैन निवासी न्यू इकरा अपार्टमेंट धौर्रा रोड अकीकमंद धौर्रामाफी दर्ज था। कार्ड का बार कोड चेक किया, जो मैच नहीं हो रहा था। युवक ने खुद को एएमयू का एमटेक छात्र बताया।
विदेशी छात्र का स्थानीय आधार कार्ड
विदेशी छात्र पर स्थानीय पते का आधार कार्ड देखकर स्टाफ ने उसे पकड़ लिया। उसका साथी भाग गया। एआरटीओ प्रशासन रंजीत सिंह की सूचना पर पहुंची पुलिस उसे बन्नादेवी थाने ले आई। एएमयू प्रशासन को अवगत करा दिया।
ये है प्रावधान
आधार एक्ट-2016 के मुताबिक भारत में पिछले 12 महीनों में कम से कम 182 दिन रह चुके लोग आधार कार्ड बनवा सकते हैं। एएमयू छात्र कई महीने से यहां रह रहा है। प्रॉक्टर प्रो. एम मोहसिन खान ने बताया कि छात्र से लिखकर लिया है कि उसे ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत है तो वह पहले इंतजामिया को लिखकर दे। इंतजामिया उस पर विचार करेगी।
युवक का आधार कार्ड मान्य
एसएसपी आकाश कुलहरि का कहना है कि विदेशी युवक ने प्रावधान के तहत आधार कार्ड बनवाया है, जो मान्य है। उसके एएमयू छात्र होने की पुष्टि के बाद प्रॉक्टोरियल टीम उसे साथ ले गई।
दूतावास से लिखवाकर दे छात्र
आरटीओ राधेश्याम का कहना है कि आधार कार्ड बनना अलग बात है। हम ड्राइविंग लाइसेंस बनाकर नहीं दे सकते। छात्र दूतावास से लिखवाकर लाए कि वह उस देश का नागरिक है।