जानिए, हाथरस में दो घंटे क्यों खड़ी रही लखनऊ-जयपुर एक्सप्रेस ?
हाथरस के सिकंदराराऊ में गेटमैन की सूझबूझ से बचा बड़ा हादसा।
अलीगढ़ : हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में एटा रोड स्थित रेलवे क्त्रॉसिंग पर बुधवार को तड़के साढ़े तीन बजे के करीब मथुरा-कासगंज रेलवे ट्रैक पर बड़ा हादसा टल गया। दरअसल जयपुर- लखनऊ एक्सप्रेस गुजरने के लिए रेलवे फाटक बंद किया गया था और गाड़ी गुजारने के लिए सिग्नल भी हो गया था, इसी दौरान अनियंत्रित गति से आ रहे कंटेनर ने आगे खडे़ कैंटर में टक्कर मार दी, जिससे दोनों वाहन रेलवे फाटक तोड़ते हुए टै्रक पर पहुंच गए। गेटमैन ने सूझबूझ का परिचय देते हुए तत्काल स्टेशन मास्टर को अवगत कराया और एक्सप्रेस ट्रेन को आउटर पर रोका गया। इस हादसे के बाद करीब दो घंटे तक ट्रैक बाधित रहा। पुलिस ने क्त्रेन मंगाकर ट्रैक से दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटवाया तब एक्सप्रेस ट्रेन रवाना हो सकी। दोनों वाहनों के चालकों को जीआरपी ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
एटा रोड पर रेलवे क्त्रॉसिंग पर अनियंत्रित वाहनों द्वारा रेलवे फाटक तोड़े जाने का क्त्रम लगातार जारी है। तड़के करीब साढ़े तीन बजे जयपुर -लखनऊ एक्सप्रेस को गुजारने के लिए यह फाटक बंद किया गया था और ग्रीन सिग्नल हो चुका था। अचानक रेलवे टै्रक पर घुसे वाहनों को देख कर रेलवे फाटक पर तैनात गेटमैन की सांस फूल गई। उसने तत्काल स्टेशन मास्टर को अवगत कराया, जिससे स्टेशन मास्टर ने एक्सप्रेस को रेड सिग्नल देते हुए आउटर पर ही रोक दिया। रेलवे क्त्रासिंग के निकट पिकेट पर तैनात पुलिस ने कोतवाल मनोज कुमार शर्मा को बताया। कोतवाल मनोज कुमार शर्मा तत्काल वहा पहुंचे और वाहनों को ट्रैक से हटाने के लिए क्त्रेन मंगाई। क्त्रेन की मदद से करीब दो घटे बाद वाहनों को टै्रक से हटाया जा सका। उसके बाद आउटर पर खड़ी लखनऊ-जयपुर एक्सप्रेस को धीमी गति से वहा से गुजारा गया। इस दौरान जीटी रोड पर दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई थीं। करीब साढ़े तीन घटे बाद जाकर यातायात सुचारु हो सका। जीआरपी ने कंटेनर चालक महंतलाल पुत्र पंचम लाल निवासी कौशाम्बी एवं कैंटर चालक विजय पुत्र रामवीर निवासी आजमगढ़ को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।