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अलीगढ़ में एएमयू के विधि छात्रों व फैकल्टी मेंबर्स में झड़प, देर शाम खुला गेट Aligarh News

कक्षाओं के बहिष्कार में जुटे विद्यार्थियों को रोकने पर नोकझोंक। अब्दुल्ला कॉलेज का छात्राओं ने खोला गेट अन्य कक्षाएं भी शुरू ।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Sat, 01 Feb 2020 09:52 AM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 04:16 PM (IST)
अलीगढ़ में एएमयू के विधि छात्रों व फैकल्टी मेंबर्स में झड़प, देर शाम खुला गेट Aligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन] शुक्रवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अदा की गई। मगर, लॉ डिपार्टमेंट के गेट पर ताला डालकर धरने पर बैठे विधि छात्र-छात्राओं व फैकल्टी मेंबर्स के बीच झड़प हुई। सूत्रों की मानें तो कुछ छात्रों व फैकल्टी मेंबर्स में धक्का-मुक्की भी हुई। छात्र मांग उठाते रहे कि वीसी को धरना स्थल पर बुलाया जाए। रजिस्ट्रार व वीसी को इस्तीफा दे देना चाहिए। पूरे दिन सीएए के विरोध व कुलपति को धरने पर बुलाने की मांग पर विधि छात्र अड़े रहे। गुरुवार से ताला जड़कर धरने पर बैठे विधि छात्रों से कई बार इंतजामिया ने बात कर मामला सुलझाने का प्रयास किया। देर शाम करीब आठ बजे कुछ मांगों को पूरा करने की शर्त पर गेट खोला गया।

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अभी तक कोई शिकायत नहीं हुई है दर्ज

दूसरी ओर बाबे सैयद पर छात्रों ने नमाज अदा कर धरना-प्रदर्शन जारी रखा। एएमयू प्रवक्ता प्रो. शाफे किदवई ने बताया कि कई चक्र की बातचीत के बाद विधि छात्रों का प्रकरण सुलझ गया है। फैकल्टी से अभद्र व्यवहार व धक्का-मुक्की पर कार्रवाई के संबंध में उन्होंने कहा कि फैकल्टी मेंबर्स की ओर से धक्का-मुक्की संबंधी कोई शिकायत नहीं की गई है। बताया कि, लॉ के अलावा अन्य कक्षाएं शुरू हो गई हैं। अब्दुल्लाह कॉलेज की छात्राओं ने भी जो मुख्य गेट बंद कर रखा था उसे खोल दिया है। कॉलेज व एएमयू में कक्षाओं का संचालन शुरू हो गया है।

एएमयू में भड़काऊ भाषण देने वाले डॉ. कफील को जेल

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एएमयू में 12 दिसंबर को भड़काऊ भाषण देने वाले डॉ. कफील को सिविल लाइन पुलिस मुंबई से ट्रांजिट रिमांड पर शुक्रवार को अलीगढ़ लेकर पहुंच गई। आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में लेकर सुरक्षा कारणों से मथुरा जेल भेज दिया गया है। 

गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद चर्चा में आए डॉ. कफील पर एएमयू की सभा में छात्रों को सांप्रदायिकता के नाम पर उकसाने व गृहमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। अलीगढ़ निवासी डॉ. कफील ने 12 दिसंबर को एएमयू में स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव के साथ सभा में हिस्सा लिया था। पुलिस ने 13 दिसंबर को सिविल लाइंस थाने में धार्मिक भावनाओं को भड़काने का मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद से आरोपित डॉ. कफील की तलाश की जा रही थी। गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने डॉ. कफील को मुंबई से दबोच लिया। सीओ सिविल लाइन अनिल समानिया ने बताया कि पुलिस टीम ने मुंबई से आरोपित को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड लिया और शुक्रवार देर शाम उसे ट्रेन के जरिये लेकर अलीगढ़ आ गई। जहां से आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने रिमांड मंजूर करते हुए आरोपित को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर 14 दिन के लिए जेल भेजने का आदेश पारित कर दिया। पुलिस आरोपित को पहले अलीगढ़ जेल लेकर पहुंची फिर सुरक्षा कारणों को देखते हुए आरोपित को मथुरा जेल में ले जाकर दाखिल करा दिया। वहीं, एएमयू में लगातार चल रहे आंदोलन को लेकर भी सुरक्षा तंत्र आशंकित था, जिसके चलते अलीगढ़ में उसे नहीं रखा गया। 


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