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हाथरस जेल के लिए जमीन के सर्वे का काम पूरा, शासन की हरी झंडी का इंतजार Aligarh news

अलीगढ़ जिला कारागार से बंदियों का दबाव कम करने के लिए हाथरस जेल बनाने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए हाथरस में गांव बीछिया में जमीन के सर्वे का काम पूरा हो चुका है जिसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 04:02 PM (IST)Updated: Wed, 01 Sep 2021 04:10 PM (IST)
हाथरस जेल के लिए जमीन के सर्वे का काम पूरा, शासन की हरी झंडी का इंतजार Aligarh news
अलीगढ़ जिला कारागार से बंदियों का दबाव कम करने के लिए हाथरस जेल बनाने की कवायद तेज हो गई है।

अलीगढ़, जेएनएन।  अलीगढ़ जिला कारागार से बंदियों का दबाव कम करने के लिए हाथरस जेल बनाने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए हाथरस में गांव बीछिया में जमीन के सर्वे का काम पूरा हो चुका है, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। अब शासन की हरी झंडी का इंतजार है, जिसके बाद हाथरस जेल का निर्माण शुरू हो जाएगा।

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पहले अलीगढ़ जिले का ही हिस्‍सा था हाथरस, 1997 में हुआ अलग

हाथरस पहले अलीगढ़ जिले का ही हिस्सा था, जो तीन मई 1997 को अलग जिला बना गया। लेकिन, अभी तक वहां जेल का निर्माण नहीं हो पाया है। हाथरस जिले के बंदी अलीगढ़ में बनी अंग्रेजों के जमाने की जेल में आते हैं। फिलहाम अलीगढ़ जेल में साढ़े तीन हजार से ज्यादा बंदी हैं, जो क्षमता से तीन गुना अधिक हैं। इनमें एक हजार से अधिक बंदी हाथरस जिले के हैं। ऐसे में हाथरस जेल को अलग बनाने के लिए लंबे समय से कवायद चल रही है। कई स्थानों पर जेल के लिए जमीन तलाशी गई। लेकिन, पर्याप्त जमीन नहीं मिल पाई। इसके बाद हाथरस इगलास रोड पर बीछिया गांव में करीब 60 एकड़ जमीन अधिगृहीत की गई है। टीम ने जमीन के सर्वे का काम पूरा कर लिया है। अब जैसे ही शासन से हरी झंडी मिलेगी, यहां निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। हाथरस के लगभग एक हजार से ज्‍यादा बंदी इस समय अलीगढ़ की जेल में बंद हैं। जेल बन जाने से अलीगढ़ जेल पर दबाव कम होगा।    

फिलहाल अलीगढ़ जेल में हाथरस के एक हजार बंदी हैं

वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि फिलहाल अलीगढ़ जेल में एक हजार से ज्यादा बंदी हाथरस के हैं। ऐसे में बंदियों का दबाव कम करने के लिए हाथरस जेल प्रस्तावित है। हाथरस जेल के लिए जमीन के सर्वे का काम पूरा हो गया है। जल्द ही निर्माण भी शुरू हो जाएगा। 


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