पुलिस की घेराबंदी तोड़ पलवल रवाना हुई किसान यात्रा, शादीपुर में भगत सिंह को देंगे श्रद्धांजलि Aligarh news
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार पलवल की ओर रवाना हुई किसान यात्रा को रोकने के पुलिस ने भरकस प्रयास किए। आंबेडकर पार्क घेराबंदी के दौरान किसान नेताओं की अफसरों से जमकर नोकझोंक हुई। पुलिस की घेराबंदी तोड़ किसान यात्रा चल पड़ी।
अलीगढ़, जेएनएन : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार पलवल की ओर रवाना हुई किसान यात्रा को रोकने के पुलिस ने भरकस प्रयास किए। आंबेडकर पार्क पर घेराबंदी के दौरान किसान नेताओं की अफसरों से जमकर नोकझोंक हुई। पुलिस की घेराबंदी तोड़ किसान यात्रा चल पड़ी। उधर, गभाना मंडी में सभा के आयोजन पर किसान नेताओं के साथ धक्कामुक्की हुई। टकराव के हालात बन गए। किसी तरह मामला शांत हाे सका।
आबेडकर पार्क में दोपहर से ही जुटने लगे थे किसान
घंटाघर स्थित आबेडकर पार्क में दोपहर 12 बजे किसान नेता जुटने लगे। संयुक्त किसान मार्चा के संयोजक शशिकांत, अखिल भारतीय किसान सभा के इदरीश मोहम्मद, बेरोजगार मजदूर किसान यूनियन के सोरन सिंह बौद्ध, भाकियू अंबावता के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह, भाकियू महाशक्ति के संगठन मंत्री सुरेशचंद्र गांधी, अखिल भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रामखिलाड़ी सविता, महिला किसान नेता कमलेश यादव समर्थकों के साथ पहुंच गए। पार्क में घंटेभर सभा चली। इसी बीच सीओ अनिल समानिया, एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह पुलिस बल के साथ पहुंच गए और पार्क की घेराबंदी कर ली। किसान यात्रा निकालने से अफसरोें ने मना कर दिया। इसको लेकर किसान नेताओं की अफसरों से नोकझोंक हुई। नारेबाजी होने लगी। झंडे, बैनर जब्त कर लिए। काफी देर हुई गहमा गहमी के बाद किसान यात्रा को रवाना कर दिया गया। शहर की सीमा तक पुलिस साथ रही। किसान नेताओं ने वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज व संगठन के झंडे लगा रखे थे। गांव नगलिया, चुहरपुर, कंहोई, गभाना में नुक्कड़ सभाएं हुईं।
किसान नेताओं से अराजक तत्वों ने की धक्कामुक्की
किसान नेता शशिकांत ने बताया कि गभाना मंडी में कुछ अराजक तत्व सभा करने से मना करते हुए किसान नेताओं से धक्कामुक्की करने लगे। मंडी से सैंकड़ों समर्थक आ गए और अराजक तत्वों को भागना पड़ा। चंडौस, पिसावा के बाजारों में भी सभाएं हुईं। देरशाम गांव मीरपुर में किसान संग्राम समिति के संस्थापक 92 वर्षीय कामरेड देवीप्रसाद से भेंट की। गांव कराह में रात्रि विश्राम कर मंगलवार सुबह शहीद भगतसिंह की कर्मस्थली गांव शादीपुर पहुंचेंगे। यहां शहीदी दिवस मनाया जाएगा। इसके बाद पलवल (हरियाणा) में चल रहे धरने में शामिल होंगे।