Move to Jagran APP

कार्रवाई से भड़के एएमयू के कश्मीरी छात्रों ने दी डिग्री वापस करने की चेतावनी

इस मामले में इंतजामिया ने शोधार्थी वसीम अयूब मलिक निवासी जिला शोपियां (जम्मू कश्मीर) व अब्दुल हसीद मीर निवासी कुलगाम (जम्मू कश्मीर) को निष्कासित किया था।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 07:41 PM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 08:19 AM (IST)
कार्रवाई से भड़के एएमयू के कश्मीरी छात्रों ने दी डिग्री वापस करने की चेतावनी
कार्रवाई से भड़के एएमयू के कश्मीरी छात्रों ने दी डिग्री वापस करने की चेतावनी

अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में पढ़ रहे कश्मीर के कुछ छात्रों ने सोमवार को पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष की अगुवाई में रजिस्ट्रार से मुलाकात की। उन्होंने निलंबित छात्रों को बहाल करने एवं देशद्रोह का मुकदमा वापस लेने की मांग की। मांगें नहीं माने जाने पर 17 अक्टूबर को सर सैयद डे पर अपनी डिग्री इंतजामिया को वापस करने की चेतावनी दी है। 

loksabha election banner

11 अक्टूबर को कश्मीर में सेना के साथ मुठभेड़ में एएमयू के निष्कासित स्कॉलर मन्नान बशीर वानी की मौत के बाद एएमयू में कश्मीर के करीब डेढ़ सौ छात्र एकत्रित हुए थे। उन्होंने जनाजे की नमाज पढऩे की कोशिश की और राष्ट्र विरोधी नारेबाजी की। इस मामले में इंतजामिया ने शोधार्थी वसीम अयूब मलिक निवासी जिला शोपियां (जम्मू कश्मीर) व अब्दुल हसीद मीर निवासी कुलगाम (जम्मू कश्मीर) को निष्कासित किया था। दोनों के खिलाफ पुलिस ने राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज किया है।

सात छात्रों को इंतजामिया ने नोटिस थमाया है। इससे कश्मीरी छात्र परेशान हैं। हालांकि देर रात एएमयू इंतजामिया ने जानकारी दी कि जिन छात्रों को नोटिस जारी किया था, उनमें से चार-पांच तो एएमयू छात्र ही नहीं हैं। ये पूर्व छात्र नौकरी कर कर रहे हैं। प्रॉक्टर प्रो. एम मोहसिन खान ने बताया कि चार-पांच ऐसे नाम मिले हैं जो एएमयू के छात्र नहीं हैं। उनके नाम हटा दिए हैं। इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन को भी देंगे।
दूसरी ओर सोमवार को रजिस्ट्रार से मिलने पहुंचे छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान रॉथर ने मीडिया से कहा कि निलंबन खत्म कर मुकदमा वापस लिया जाए। ऐसा नहीं होने पर 17 अक्टूबर को छात्र डिग्री वापस कर कश्मीर चले जाएंगे।

जांच की गति भी हुई सुस्त
दो कश्मीरी छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने वाली पुलिस की जांच सुस्त हो गई है। बताया जा रहा है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय व जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के दखल के बाद ऐसा हुआ है। इंतजामिया ने जिन सात छात्रों को नोटिस दिया है, पुलिस ने उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने की बात कही थी। अब अधिकारी अपने बयान से पलट गए। पुलिस अब जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है। एएमयू ने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी है।

किसी को कश्मीर जाने की जरूरत नहीं : नदीम : पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष नदीम अंसारी ने कहा है कि किसी भी कश्मीरी छात्र को एएमयू कैंपस छोड़कर जाने की जरूरत नहीं हैं। हम साथ हैं। किसी बेगुनाहको झूठे केस में फंसने नहीं दिया जाएगा।

छात्रों को कश्मीर भेजने का खर्च मैैं उठाऊंगा : मुकेश
भाजयुमो जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह ने कहा है कि एएमयू के जो भी कश्मीरी छात्र आतंकी मन्नान वानी प्रकरण में डिग्री वापस कर वापस कश्मीर जाना चाहते हैं, उन्हें वापस भेजने के खर्च की जिम्मेदारी मैैं लेता हूं।

किसी भी निर्दोष छात्र को अनावश्यक परेशान नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। कैंपस छोडऩे की बात कुछ छात्रों ने कही है, यह छात्रों की आम राय नहीं है।
अब्दुल हामिद, रजिस्ट्रार, एएमयू


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.