Kalyan Singh : अतरौली की मिट्टी ने गर्व से दी लाल को विदाई Aligarh news
नम आंखें। हाथों में फूल। जयकारे लगाते लोग। यह नजारा था पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा का। लगभग दो किलोमीटर लंबी इस यात्रा में जब तक सूरज चांद रहेगा बाबूजी का नाम रहेगा कल्याण सिंह लोधी अमर रहे जय श्रीम राम की गूंज थी।
संतोष शर्मा, अलीगढ़ । नम आंखें। हाथों में फूल। जयकारे लगाते लोग। यह नजारा था पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा का। लगभग दो किलोमीटर लंबी इस यात्रा में जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबूजी का नाम रहेगा, कल्याण सिंह लोधी अमर रहे, जय श्रीम राम की गूंज थी। लोगों को अपने नेता के खोने का गम था तो गर्व से सीना भी चौड़ा था कि अतरौली की मिट्टी ने ऐसा लाल दिया, जिसने विश्व पटल पर अलग पहचान बनाई। शव वाहन पर लगी बाबूजी की तस्वीर की एक झलक पाने के लिए लोग उत्साहित थे। युवा पेड़ों पर चढ़ गए तो महिलाएं बुग्गी व रंगशालाओं पर नजर आईं। हरदुआगंज से अतरौली तक सड़क पर पुष्प वर्षा करते हुए लोगों की कतार लग गईं। हर गांव से लोग उमड़ पड़े थे। अतरौली में तो लोधी समाज ही नहीं हर समाज के लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। ये वो ही लोग थे जिन्हेंं बाबूजी ने अपनत्व दिया और उनके ही प्यार से कल्याण सिंह बने।
अलीगढ़ से ही जुड़ गए थे काफिले
अंतिम यात्रा में वाहनों के काफिले तो अलीगढ़ से ही जुड़ गए थे। शव वाहन में रखी बाबूजी की पाॢथव देह को हर कोई नहीं देख सकता था, इसलिए फूलों से सजाकर एक बड़ी तस्वीर वाहन के आगे लगाई गई। सड़क पर फूल लेकर इंतजार कर रहे लोगों ने तस्वीर के रूप में ही बाबूजी की देह के दर्शन किए। हरदुआगंज, साधु आश्रम, सफेदपुरा, नरौरा 12 नंबर, जमालगढ़ी, अहमदपुरा, चोमुहा के अलावा सड़क किनारे तमाम गांव के लोगों ने पहले से ही अंतिम यात्रा के स्वागत की तैयारी कर रखी थी। अंतिम यात्रा का ठहराव तो हर जगह नहीं हुआ, लेकिन लोगों ने फूल वर्षाना बंद नहीं किया।
वाहन में सवार लोगों को सौंप दिया पुष्प चक्र
साधु आश्रम से आगे तो एक युवक पुष्प चक्र को लेकर शव वाहन के आगे ही आ गया। शव वाहन नहीं रुका तो उसने वाहन में सवार लोगों को चक्र देह पर अॢपत करने के दे दिया।
मुश्किल हुआ भीड़ संभालना
अंतिम यात्रा ने जैसे ही अतरौली में प्रवेश किया जय श्रीराम के नारे गूंजने लगे। एनेक्सी भवन में अंतिम दर्शन के लिए रखे कल्याण सिंह की पाॢथव देह को देखने के लिए उमड़ी भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया। भीड़ के चलते गेट पर लगा मेटल डिटेक्टर टूट गया। इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोग अंदर घुस गए। इसके बाद यह सिलसिला दोपहर दो बजे तक चला। पाॢथव देह के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंचीं थीं।