लगातार चौथी साल सूखा निकल गया जून Aligarh News
लगातार चौथी साल जून महीना भीषण गर्मी से तपा है। जिला प्रशासन के रिकार्ड के अनुसार इस साल महज 23.44 एमएम बारिश ही जिले में हुई है। लगातार चौथी साल जून का महीने ऐसा निकला है जब जिले में 30 एमएम से कम बारिश हुई है।
अलीगढ़, जेएनएन। लगातार चौथी साल जून महीना भीषण गर्मी से तपा है। जिला प्रशासन के रिकार्ड के अनुसार इस साल महज 23.44 एमएम बारिश ही जिले में हुई है। लगातार चौथी साल जून का महीने ऐसा निकला है, जब जिले में 30 एमएम से कम बारिश हुई है। पिछले दस सालों में 2019 के जून में सबसे कम 4.6 एमएम ही बारिश हुई है। वहीं, सबसे अधिक 159 एमएम बारिश 2017 के जून में हुई थी। बारिश में देरी होने के चलते किसानों की चिंता बढ़ गई है। सबसे अधिक मुसीबत धान किसानों के सामने है। वह धान रोपाई के लिए बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
यह हैं मौसम विभाग के हालात
मौसम विभाग की ओर से इस बार पिछले सालों के मुकाबले कई गुना अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की जा रही थी। ऐसे में किसानों के चेहरे खिले हुए थे। वह जून के अंतिम सप्ताह तक धान की रोपाई करने की तैयारी कर रहे थे। इसी के हिसाब से धान की पौध तैयारी कराई गई थीं। अन्य फसलों के लिए भी इसी भविष्यवाणी के आधार पर तैयारी थी, लेकिन पिछले सालों की तरह इस बार भी जून सूखा निलक गया है। अगर सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो लगातार चौथी साल में जिले में 30 एमएम से कम बारिश हुई थी। इस बार भी महज 23.44 एमएम ही बारिश पड़ी है।
लोगों की बढ़ रही चिंता
कम बारिश के चलते शहर में गर्मी से बैचेनी बढ़ी तो गांव में फसलों को देखते हुए किसानों की चिंता। खासकर धान के किसान परेशान ज्यादा हैं। राजवाहा व नहरों में ज्यादा पानी नहीं हैं। ऐसे में धान की रोपाई में देरी हो रही है। बीच-बीच में हुई हल्की बारिश से भरपाई नहीं हो पा रही है।
यह हैं 10 साल में औसतन बारिश के आंकड़े
साल, बारिश (एमएम)
2021, 23.44
2020, 13.60
2019, 04.60
2018, 15.60
2017, 159.00
2016, 44.20
2015, 32.60
2014, 26.12
2013, 73.20
2012, 10.84
मौसम विभाग ने इस बार अच्छी बारिश की संभावना जताई है। अभी बारिश का पूरा सीजन पड़ा है। ऐसे में उम्मीद है कि पिछले सालों के मुकाबले अच्छी बारिश होगी। किसानों काे अभी परेशान होने की जरूरत नहीं हैं।
विधान जायसवाल, एडीएम वित्त
जून के अंतिम सप्ताह में धान की रोपाई शुरू हो जाती है, लेकिन अभी पानी का कोई साधन नहीं है। बारिश भी नहीं हुई है। ऐसे में अब रोपाई के लिए बारिश का इंतजार किया जा रहा है।
हरेंद्र सिंह, किसान