Jagran Impact : अलीगढ़ के टप्पल जमीन फर्जीवाड़े को लेकर सीएम योगी सख्त, कार्रवाई के निर्देश
टप्पल ग्राम पंचायत की 110 हेक्टेअर जमीन के फर्जीवाड़ा मामले में अब जल्द कार्रवाई होगी। दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।
अलीगढ़, सुरजीत पुंढीर। टप्पल ग्राम पंचायत की 110 हेक्टेअर जमीन के फर्जीवाड़ा मामले में अब जल्द कार्रवाई होगी। दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही जल्द कार्रवाई के लिए भी कहा है। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने एडीएम प्रशासन डीपी पाल को रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने डीएम को दैनिक जागरण की खबर की कटिंग के साथ भेजे पत्र में पूरे मामले की जानकारी मांगी है। इसके बाद जिला प्रशासन में खलबली मच गई है। जल्द रिपोर्ट बनाने के साथ दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने की भी तैयारी की जा रही है। दैनिक जागरण ने चार फरवरी के अंक में खबर प्रकाशित कर पूरे मामले का पर्दाफाश किया था।
ये है मामला
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) से सटे खैर तहसील की टप्पल ग्राम पंचायत में कुल 2627 हेक्टेअर सरकारी जमीन है। इसमें 647 हेक्टेअर जमीन का फजीवाड़ा हुआ है। वर्ष 2000 से 2002 के बीच इस पंचायत में चकबंदी की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसमें कुछ सरकारी जमीनों के पट्टे भी आवंटित किए गए। लोगों के विरोध पर शासन ने चकबंदी प्रक्रिया को रोक दिया। इसी दौरान कुछ नई खतौनी तैयार कर फर्जीवाड़ा कर दिया। पिछले दिनों डीएम को एक शिकायत मिली थी। एसडीएम खैर ने जांच की तो फर्जीवाड़े की परतें खुलती चली गईं। जांच में टप्पल के डेढ़ हजार से अधिक लोगों का राजस्व रिकार्ड में कोई प्रमाण ही नहीं मिला। जबकि, इन लोगों ने करीब 110 हेक्टेअर जमीन पर कब्जा कर रखा है। खतौनी में भी इनका नाम दर्ज कर दिया गया है। राजस्व अभिलेखों में मूल रिकार्ड इससे भिन्न है। कुछ लोगों ने तो भेद खुलने से पहले ही जमीन बेच दी। अब भी करीब 838 लोग जमीन पर काबिज हैं। एसडीएम ने पिछले दिनों सभी के खतौनी में दर्ज नाम हटाने के आदेश जारी कर दिए। मुकदमे के भी आदेश जारी किए जा रहे हैं। एसडीएम खैर अंजनी कुमार के मुताबिक 10 दिनों में सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया जाएगा।
काफी महंगी है जमीन
टप्पल की जमीन बेशकीमती व एनसीआर की सीमा से सटी हुई है। अगर प्रशासन इस पर कब्जा ले लेता है तो इसमें कई बड़े औद्योगिक प्रोजेक्ट की नींव रखी जा सकती है। प्रशासन भी यही तैयारी कर रहा है।