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सिंगल यूज प्लास्टिक की परिभाषा तय करना व प्रतिबंधित करना आसान नहीं Hathras News

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की इकाई नेहरू युवा केंद्र हाथरस के तत्वाधान में जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा एवं लेखा एवं कार्यक्र्रम सहायक ऊषा सक्सेना के नेतृत्व में मंत्रालय से प्राप्त गाइड़लाइन के अनुसार 31 अक्टूबर तक स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 12:25 PM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 12:47 PM (IST)
सिंगल यूज प्लास्टिक की परिभाषा तय करना व प्रतिबंधित करना आसान नहीं Hathras News
सहपऊ ब्लाक में स्वच्छता अभियान के तहत कचरा एकत्र करते लोग।

हाथरस, जागरण संवाददाता। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की इकाई नेहरू युवा केंद्र हाथरस के तत्वावधान में जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा एवं लेखा एवं कार्यक्र्रम सहायक ऊषा सक्सेना के नेतृत्व में स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है।

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अमृत महोत्‍सव के तहत चल रहा स्‍वच्‍छ भारत अभियान

जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा ने कार्यक्रम के बारे में कहा कि यह कार्यक्रम पूरे देश के 744 जिलों में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 75 वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में 75 लाख किलोग्राम सिंगल यूजड़ प्लास्टिक वेस्ट को इकट्ठा करने का लक्ष्य है। प्रत्येक जिले को 11000 किलोग्राम सिंगल यूजड़ प्लास्टिक वेस्ट एकत्रित कर निष्पादन करके इस कार्यक्र्रम को जन भागीदारी से जन आंदोलन में तबदील करना है। उन्होंने युवाओं को बताया कि आप सभी को मंदिरों, सार्वजनिक स्थलों, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों, स्वैच्छिक संस्थाओं के आस-पास सफाई कर एवं सडक पर साफ-सफाई कर वेस्ट प्लास्टिक को एकत्रित करना है। स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उददेश्य वेस्ट प्लास्टिक को एकत्रित कर उसे सही माध्यम से निष्पादन करना है, जिससे यह पर्यावरण को कोई हानि न पहुंचाएं।

पशुओं और जलीय जीवों के लिए घातक है प्‍लास्‍टिक

नेहरू युवा केंद्र, की लेखा एवं कार्यक्रम सहायक श्रीमती ऊषा सक्सेना ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक वह होता है। जिसे सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल में लाया जा सकता है। उन्होंने ने बताया कि विशेषज्ञ के अनुसार जब पन्नी से लेकर हवाई जहाज बनाने में प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है तो सिंगल यूज प्लास्टिक की परिभाषा तय करना और उस पर प्रतिबंध लगाना असंभव-सा लगता है। सरकार को प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर ध्यान देना चाहिए, ताकि इसे हम कोयले का वैकल्पिक ईधन बना सके। सिंगल यूज प्लास्टिक को बनाने में कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता हे जो बारिश के पानी के साथ जलाशयों एवं तालाबों में मिल जाता है और मछली, कछुआ सहित अन्य जलीय जीवों को काफी नुकसान पहुंचाता है।

मंदिर परिसर मेंं चला सफाई अभियान

विकास खंड सहपऊ के गांव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान में बुधवाार को सिद्ध पीठ मां तारागढ़ वाली के मंदिर पर प्लास्टिक मुक्त अभियान चलाया तारागढ़ वाली माता के मंदिर में मेला का आयोजन होता है जिससे वहां कई किलो प्लास्टिक कचड़ा इकठ्ठा हो जाता है इससे आम जनमानस को नुकसान तो होता ही है लेकिन पर्यावरण इससे बहुत दूषित होता है इसी को देखते हुए आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संतोष कुमार ने अपने युवा मंडल साथियों के साथ मिलकर मंदिर पर जाकर 15 किलो प्लास्टिक कचरा इकट़ठा किया और मंदिर को स्वच्छ वह सुदंर रखने का प्रयास किया। इस अवसर पर स्वयं सेवक संतोष कुमार के द्वारा युवाओं को प्रेरित किया कि युवाओं सेे कहा कि प्रत्येक दिन प्रत्येक गांव से पूरे अक्टूबर महीने में सिंगल यूज प्लास्टिक को संग्रहित कर उसका निस्तारण करना है। उन्होने कहा इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रेरित किया जायेगा।

ये लोग रहे उपस्‍थित

इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संतोष कुमार युवा मंडल के सदस्य सोहित ठाकुर, पुष्पेन्द्र सिसौदिया, चेतन, हरिमोहन, कुलदीप सिंह, विवेक तोमर मौजूद रहे।


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