International Epilepsy Day : मिर्गी रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में हो सुधार, अपनाएं ये तरीका Aligarh News
प्रोफेसर तबस्सुम शहाब ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य मिर्गी से पीड़ित बच्चों की देखभाल करने वालों में इस बीमारी से सम्बन्धित पर्याप्त जागरूकता पैदा करना था ताकि मिर्गी रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो।
अलीगढ़, जेएनएन। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालिज के डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर एण्ड सेंटर आफ एक्सीलेंस ने अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी दिवस के अवसर पर एक अभिभावक सहायता समूह की बैठक आयोजित की जिसका उद्देश्य मिर्गी ग्रस्त बच्चों के माता-पिता तथा अभिभावकों को बीमारी के बारे में जानकारी प्रदान करना था।
चिकित्सकों ने बताया तरीका
डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर एण्ड सेंटर आफ एक्सीलेंस के मानद सलाहकार प्रोफेसर तबस्सुम शहाब ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य मिर्गी से पीड़ित बच्चों की देखभाल करने वालों में इस बीमारी से सम्बन्धित पर्याप्त जागरूकता पैदा करना था ताकि मिर्गी रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो। बाल रोग विशेषज्ञ डा० गुलनाज नादरी ने उक्त रोग से सम्बन्धित केंद्र द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं पर प्रकाश डाला, जबकि नैदानिक मनोवैज्ञानिक डा० फिरदौस जहां ने मिर्गी के मनोवैज्ञानिक प्रभावों पर बात की।
डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर एण्ड सेंटर आफ एक्सीलेंस के संयोजक प्रोफेसर कामरान अफजाल ने बीमारी से जुड़ी समस्याओं और रोगी की देखभाल में आने वाली कठिनाइयों के बारे में बताया।
ये रहे मौजूद
इस बैठक में कालिज के प्राचार्य और सीएमएस प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी, चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर हारिस एम खान, प्रोफेसर सैयद मनाजिर अली, अलीगढ़ सीएमओ डा० बीपी सिंह कल्याणी, डा० एसपी सिंह (एसीएमओ, अलीगढ़), डा० शाद अबकारी, मनजर हुसैन, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सा अधिकारी तथा अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन डा० आजमी फिरदौस, नोडल अधिकारी के मार्गदर्शन में किया गया। डा० नवेद-उर-रहमान, डेंटल सर्जन, मुहम्मद अहमद, प्रशिक्षण समन्वयक और अन्य लोगों का कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय योगदान रहा।