हरी सब्जियों पर महंगाई की मार, आलू ने पकड़ी प्याज की राह, सेब के बराबर पहुंचा टमाटर
हाथरस जागरण संवाददाता। महंगाई की मार झेल रहे लोगों को अब हरी सब्जियों की बढ़ती कीमतें अौर परेशान कर रही हैं। सब्जियों में शिमला मिर्च प्याज व आलू भाव भी आसमान छू रहे है। बाजार में टमाटर तो सेब के बराबर कीमतों तक पहुंच गया है।
हाथरस, जागरण संवाददाता। महंगाई की मार झेल रहे लोगों को अब हरी सब्जियों की बढ़ती कीमतें और परेशान कर रही हैं। सब्जियों में शिमला मिर्च, प्याज व आलू भाव भी आसमान छू रहे है। बाजार में टमाटर तो सेब के बराबर कीमतों तक पहुंच गया है। पैदावार कम होने से सब्जियों की कीमतों में यह उछाल देखने को मिल रहा है। भोजन की थाली सब्जियों के बिना अधूरी है। इसमें हरी सब्जियों का बहुत महत्व होता है। सर्दियों में सभी सब्जियां सस्ती हो जाती हैं। इस बार सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। गरीब लोगों के भोजन का मुख्य माध्यम हरी सब्जियां ही हैं। इन्हीं के सहारे वह पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करता है। खाद्य तेलों के बाद अब हरी सब्जियों की कीमतों ने लोगों को परेशान कर रखा है। इसमें सबसे अधिक समस्याएं गरीब वर्ग के लोगों को झेलनी पड़ रही हैं।
40 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा आलू
आलू की कीमतों में बेतहासा वृद्धि हुई है। आलू की कीमतें 40 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। वहीं टमाटर तो कीमतों में सेब के बराबरी कर रहा है। वहीं प्याज के दाम भी 50 रुपये किलोग्राम तक पहुंच गए हैं। बीस दिन में तो हरी सब्जियों की कीमतों काफी इजाफा हुआ है। खाद्य तेल व दाल तो पहले से ही महंगी चल रही हैं। अब हरी सब्जियां भी गरीबों की थाली से कम होने लगी हैं।
बारिश में फसल बर्बाद होने बढ़ी महंगाई
सर्दी के मौसम में हरी सब्जियां सस्ती रहती है। इस बार लगातार हुई बारिश के चलते सब्जियों की फसल नष्ट हो गई है। अधिकतर सब्जियों अन्य प्रांतों से आ रही हैं। इनमें टमाटर कनार्टका, प्याज नासिक व राजस्थान से आ रही है। आलू भी पंजाब से आ रहा है। दुकानदार कन्हैया ने बताया कि बिलंब से फसल होने के कारण स्थानीय आलू बाजार में नहीं आ पाया है। वहीं भाड़ा बढ़ जाने से भी सब्जियों की कीमतें बढ़ी हैं।
हरी सब्जी, एक माह पूर्व कीमत, वर्तमान में कीमत
टमाटर, 50, 80
शिमला मिर्च, 40, 80
गोभी, 20, 40
मटर, 120, 200
गाजर, 25, 40
भिंडी, 20, 30
सेम, 50, 80
आलू नया, 00, 40
आलू पुराना 15, 30
मैथी हरी 50, 80