तेरहवीं में बेटे ने ब्राह्मणों को हेलमेट बांटकर दिया जिंदगी का संदेश Aligarh News
पिता की हादसे में सिर पर चोट लगने से मौत हुई तो बेटे ने अन्य लोगों को जगाने की ठान ली। शोक जताने आए लोगों को बताया कि पिता हेलमेट नहीं पहने थे। यदि पहने होते तो शायद बच जाते।
अलीगढ़ [जेएनएन]: इगलास में पिता की हादसे में सिर पर चोट लगने से मौत हुई तो बेटे ने अन्य लोगों को जगाने की ठान ली। शोक जताने आए लोगों को बताया कि पिता हेलमेट नहीं पहने थे। यदि पहने होते तो शायद बच जाते। इतना ही नहीं, तेरहवीं में शामिल हुए 24 ब्राह्मïणों को हेलमेट भेंट किए। साथ ही संदेश दिया कि मेरे पिता ने जो चूक की, वह आप या आपका कोई परिचित न करे। इन ब्राह्मïणों ने अन्य लोगों को जागरुक करने का संकल्प लिया। इस त्रयोदशी संस्कार की पूरे कस्बे में चर्चा है।
हादसे में पिता की चली गई थी जान
हादसा पांच फरवरी की दोपहर एक बजे हुआ था। नगर के मुहल्ला मोहन नगर निवासी सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य महेंद्र पाल गौतम मोपेड से गांव तेहरा श्रीमद् भागवत कथा में शामिल होने जा रहे थे। कथा स्थल के सामने अज्ञात वाहन ने उनकी मोपेड में टक्कर मार दी। इससे उनके सर में गंभीर चोट आई थी। गंभीर हालत में उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी। डॉक्टर ने बताया था कि उनके सर में 8 फ्रेक्चर आए थे। उन्होंने अपने पीछे पत्नी उर्मिला, बेटा पंकज गौतम (महामंत्री वसंत पंचमी मेला) सहित पूरे परिवार को छोड़ा है।
परिवार को अखर गया हेलमेट न होना
बेटा पंकज गौतम ने बताया कि पिता की हादसे में असमय मृत्यु से परिवार को गहरा सदमा लगा है। उनके पिता की तरह किसी दूसरे की हादसे में मौत न हो इसके लिए परिवार के लोग काफी चिंतित हैं। 17 फरवरी को पिता के त्रयोदशी संस्कार के दौरान उन्होंने समाज को अनोखा संदेश देनी की सोची, जिससे किसी दूसरे के साथ ऐसा हादसा न हो। संस्कार में भोजन करने आए 24 ब्राह्मणों को हेलमेट भेंट किए। सभी से दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर लगाने का आग्र्रह किया।