गेहूं खरीद में प्रदेश के टापटेन जिलों में अलीगढ़, जनपद के 40 हजार किसानों ने 150 मीट्रिक टन गेहूं बेचे Aligarh news
गेहूं खरीद में अलीगढ़ प्रदेश के उन टापटेन जिलों में शामिल है जहां सर्वाधिक खरीद हुई है। टापटेन सूची में अलीगढ़ का छठवां स्थान है। जबकि पहले स्थान पर शाहजहांपुर है यहां 292355 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। मौसम की दुश्वारियों के बाद भी यहां गेहूं खरीद प्रभावित नहीं हुई।
अलीगढ़, जेएनएन । गेहूं खरीद में अलीगढ़ प्रदेश के उन टापटेन जिलों में शामिल है, जहां सर्वाधिक खरीद हुई है। टापटेन सूची में अलीगढ़ का छठवां स्थान है। जबकि, पहले स्थान पर शाहजहांपुर है, यहां 2,92,355 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। कोरोना महामारी और मौसम की दुश्वारियों के बाद भी यहां गेहूं खरीद प्रभावित नहीं हुई। अलीगढ़ में यह पहली बार है, जब 40,168 किसानों ने 1,58,803 मीट्रिक टन गेहूं क्रय केंद्रों पर बेचा। हालांकि, कई किसानों से खरीद नहीं हो सकी थी। उत्पादन भी इस सीजन में बेहतर हुआ था। 107 क्रय केंद्रों पर पांच एजेंसियों ने गेहूं की खरीद की। इनमें सर्वाधिक 1,17,154 मीट्रिक टन गेहूं उत्तर प्रदेश सहकारी संघ (पीसीएफ) ने खरीदा। किसानों के खातों में 313 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान एजेंसियां कर चुकी हैं।
सात दिन में भी खूब हुई खरीद
सरकार ने इस बार कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया था। सामान्य खरीद 15 जून को ही बंद हो गई। 16 से 22 जून तक उन्हीं किसानों के गेहूं खरीदे गए, जिन्हें टोकन जारी हो चुका था। इन सात दिनों में तीन हजार कुंतल से अधिक खरीद हुई। पीसीएफ के अलावा खाद्य विभाग की विपरण शाखा, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ), उप्र राज्य खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम (एसएफसी), उप्र उपभोक्ता सहकारी संघ (यूपीएसएस) व उप्र कृषि उत्पादन मंडी परिषद ने भी खरीद की। अत्याधिक खरीद के चलते एफसीआइ के गोदाम फुल हो गए। गेहूं रखने के लिए तीन नए गोदाम लिए गए थे।
प्रदेश के टापटेन जिले
जिला, खरीद (मीट्रिक टन में)
शाहजहांपुर, 292355
पीलीभीत, 217271
खीरी, 177064
हरदोई, 170358
बरेली, 169477
अलीगढ़, 158803
बुलंदशहर, 153475
रामपुर, 147085
सीतापुर, 141222
बहराइच, 128051
बदायूं, 117315
बीते साल हुई खरीद
94 क्रय केंद्र मंडियों में हुए थे स्थापित
1925 रुपये प्रति कुंतल था समर्थन मूल्य
108564 मीट्रिक टन हुई थी गेहूं की खरीद
26618 किसानों ने क्रय केंद्रों पर बेचा था गेहूं
208 करोड़ रुपये हुआ किसानों को भुगतान
इस साल हुई खरीद
01 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं की खरीद
107 सरकारी क्रय केंद्र मंडियों में स्थापित
1975 रुपये प्रति कुंतल मिल रहा समर्थन मूल्य
158803 मीट्रिक टन हुई खरीद
40,168 किसानों ने क्रय केंद्रों पर बेचा गेहूं
313 करोड़ रुपये किसानों को हुआ भुगतान
22 जून तक हुई थी गेहूं की खरीद
कृषि पर नजर
3.04 लाख हेक्टेयर है कृषि योग्य भूूमि
2.88 लाख हेक्टेयर है सिङ्क्षचत भूमि
33324 हेक्टेयर में नहरों से होती है ङ्क्षसचाई
5053 हेक्टेयर में राजकीय नलकूप से ङ्क्षसचाई
238821 हेक्टेयर है खरीफ का रकबा
285096 हेक्टेयर है रबी का रकबा
22851 हेक्टेयर है जायद का रकबा
पिछले छह साल में गेहूं की स्थिति
वर्ष, रकबा (हेक्टेयर), उत्पादन (मीट्रिक टन), उत्पादकता (कुंतल प्रति हेक्टेयर)
2015-16, 216572, 709923, 32.78
2016-17, 218163, 868289, 39.08
2017-18, 223557, 961295, 43
2018-19, 227340, 978398, 43.06
2019-20, 223574, 921572, 41.22
2020-21, 224880, 996266, 44.30
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इनका कहना है
जनपद में गेहूं की अ'छी खरीद हुई है। इस बार लक्ष्य भी नहीं था। किसानों के खातों में समय पर भुगतान किया गया। भुगतान संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली है।
किशन पाल सिंह, डिप्टी आरएमओ