एएमयू प्रोफेसर से रंगदारी मांगने के मामले में फरार आरोपितों का नहीं मिला सुराग
एएमयू प्रोफेसर शगुफ्ता से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में फरार चल रहे दो आरोपितों का पुलिस को सुराग नहीं मिला है। वहीं इनमें से एक आरोपित ने अधिवक्ता के माध्यम से अदालत में समर्पण याचिका दायर की है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। एएमयू प्रोफेसर शगुफ्ता से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में फरार चल रहे दो आरोपितों का पुलिस को सुराग नहीं मिला है। वहीं इनमें से एक आरोपित ने अधिवक्ता के माध्यम से अदालत में समर्पण याचिका दायर की है। इसे देखते हुए पुलिस ने घेराबंदी बढ़ा दी है। इसके लिए सर्विलांस व स्वाट की टीमें लगाई गई हैं।
कार के बोनट पर लेटर चिपका मांगा रंगदारी
क्वार्सी थाना क्षेत्र के अनूपशहर रोड स्थित सागर हाउसिंग कांप्लेक्स के मकान नंबर 44 में कारोबारी नवेद मुख्तार अपनी पत्नी एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के बायोकेमिस्ट्री विभाग में प्रोफेसर शगुफ्ता व बेटे के साथ रहते हैं। सोमवार शाम को शगुफ्ता के मोबाइल फोन पर एक काल आया, जिसमें बाहर रखे लेटर को उठाने की बात कही गई। कार के बोनट पर चिपके लेटर में 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। तीन अलग-अलग कारतूस के खोकों पर हिंदी में नवेद, शगुफ्ता व बेटे हमजा का नाम लिखा था। एसएसपी ने थाना क्वार्सी के इंस्पेक्टर विजय सिंह, सर्विलांस प्रभारी संजीव कुमार व स्वाट टीम प्रभारी संदीप कुमार की टीम का गठन किया।
भतीजे ने दोस्तों के साथ मिलकर बनायी थी योजना
एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत व सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय के नेतृत्व में टीमों ने मंगलवार देररात शगुफ्ता के भतीजे चंदन शहीद रोड निवासी दानिश को गिरफ्तार कर लिया। दानिश ने तीन दोस्तों अंजेब, नवेद व अदनान के साथ मिलकर धमकी की योजना बनाई थी। वहीं मानिक चौक निवासी दीपक तिवारी ने दानिश को फर्जी सिम उपलब्ध कराई थी। आरोपितों ने 15 दिन पहले ही रंगदारी मांगने की योजना बना ली थी। पुलिस ने दानिश, दीपक व अंजेब को जेल भेज दिया है। वहीं अदनान व नवेद फरार हैं। अदनान ने समर्पण याचिका डाल दी है। इंस्पेक्टर क्वार्सी विजय सिंह ने बताया कि फरार चल रहे आरोपित नवेद व अदनान की तलाश की जा रही है।