Corona काल में पुलिस ने बदला रवैया, cybercrime थाना पुलिस से नहीं बच पाएंगे अपराधी, जानिए विस्तार से Aligarh News
कोरोना काल में पुलिस की कार्यप्रणाली पूरी तरह बदल गई है। ऐसे में इस समय का भी सदुपयोग करते हुए पुलिस लंबित कार्यों को निपटाने में लग गई है। साइबर क्राइम थाना पुलिस ऐसे ही कुछ केसों पर काम कर रही है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना काल में पुलिस की कार्यप्रणाली पूरी तरह बदल गई है। ऐसे में इस समय का भी सदुपयोग करते हुए पुलिस लंबित कार्यों को निपटाने में लग गई है। साइबर क्राइम थाना पुलिस ऐसे ही कुछ केसों पर काम कर रही है। वहीं पुराने मुकदमों में चार्जशीट तैयार की जा रही है। पुलिस ने कोरोना काल में भी गाजियाबाद के गिरोह के चार सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी।
साइबर पुलिस ने ताबड़तोड़ तीन मामलों के पर्दाफाश किए
कोरोना की रफ्तार जिस तेजी के साथ बढ़ रही है, उससे हर विभाग के हालात खराब हो रहे हैं। इसमें पुलिस महकमा भी प्रभावित है। साइबर थाने की शुरुआत 15 अगस्त 2020 को हुई थी। साइबर पुलिस ने ताबड़तोड़ तीन मामलों के पर्दाफाश किए। वहीं 12 से ज्यादा मुकदमे भी दर्ज किए। लेकिन, कोरोना की मार ने साइबर पुलिस का काम भी थाम दिया है। पुलिस ने गोरखपुर के अफरोज अब्बासी के खिलाफ 1619 पेज की पहली चार्जशीट दाखिल की थी। अब कोरोना काल में पुलिस पुराने मुकदमों में आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट बनाने में जुटी है। साइबर थाना के इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि पुराने मुकदमे चिह्नित किए गए हैं। इनमें आरोपितों के खिलाफ मजबूत तथ्य एकत्रित करके चार्जशीट बनाई जा रही है। कोर्ट खुलते ही इन्हें दाखिल कर दिया जाएगा।
565 पन्नों की लगाई थी चार्जशीट
इंस्पेक्टर ने मुताबिक, लाकडाउन से पहले ही पालिसी रिफंड के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गाजियाबाद के गिरोह के खिलाफ 565 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। इसी तरह अन्य आरोपितों से संबंधित बारीकी से जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि कोर्ट में मजबूत पैरवी की जा सके।