अलीगढ़ में पालीटेक्निक छात्र ने दो साथियों संग मिलकर की थी फाइनेंस कर्मी की हत्या
सासनीगेट क्षेत्र के कृष्णा विहार कालोनी में नौ दिन पहले हुई फाइनेंसकर्मी विकास की हत्या पड़ोस के ही पालीटेक्निक छात्र ने दो साथियों के साथ मिलकर की थी। लूट के इरादे से तीनों घर में घुसे थे। विकास के विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी।
अलीगढ़, जेएनएन। सासनीगेट क्षेत्र के कृष्णा विहार कालोनी में नौ दिन पहले हुई फाइनेंसकर्मी विकास की हत्या पड़ोस के ही पालीटेक्निक छात्र ने दो साथियों के साथ मिलकर की थी। लूट के इरादे से तीनों घर में घुसे थे। विकास के विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने लूट का सामान बरामद किया है।
ऐसे की थी फाइनेंस कर्मी की हत्या
सीओ प्रथम प्रशांत सिंह ने बताया कि कृष्णा विहार कालोनी गली नं तीन में 35 वर्षीय फाइनेंसकर्मी विकास सक्सेना की 21 जनवरी की रात हत्या हुई थी। बदमाश घर से नकदी व जेवरात समेत करीब दो लाख का सामान लूटकर ले गए थे। घटना के वक्त घर में विकास के अलावा उसकी सात साल की बेटी इवा मौजूद थी। पत्नी बरेली में एक स्कूल की शिक्षिका हैं। जबकि दो बड़ी बेटियां शहर में ही अपनी बुआ के घर गई हुई थीं। पुलिस ने स्वजन व आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पड़ोस के ही एक छात्र पर शक गहरा गया। सासनीगेट थाना प्रभारी गोविंद बल्लभ शर्मा ने शनिवार को आरोपित पड़ोसी छात्र विवेक शर्मा, पड़ोस के ही योगेश पांडेय व मोहित शर्मा को लूट के माल का बंटवारा करते वक्त पकड़ लिया। इनसे विकास का मोबाइल, घड़ी, रुपये, ताला व हत्या में प्रयोग की गई रस्सी व ब्लेड बरामद किया है। 16 हजार पांच सौ रुपये बरामद किए हैं।
स्कूटी का कर्ज उतारने को बनाई थी योजना
सासनीगेट थाना प्रभारी गोविंद बल्लभ शर्मा ने बताया कि मथुरा से पालीटेक्निक की फाइनल ईयर के छात्र विवेक व इलेक्ट्रानिक्स का काम करने वाले योगेश पांडेय ने 15-15 हजार रुपये मिलाकर स्कूटी ली थी। इसका कर्ज उतारने के लिए दोनों ने लूट की योजना बनाई। इसमें चाट की दुकान पर काम करने वाले मोहित को भी शामिल कर लिया। योगेश ने रात में विकास की छत पर जाकर दरवाजा खोला था। इसके बाद तीनों ने छत के रास्ते करीब ढाई बजे विकास के मकान में पहुंचे थे। इसी वक्त विकास की आंख खुल गई। तभी योगेश और मोहित ने रस्सी डालकर उसका गला घोंट दिया। विवेक ने विकास का चेहरा तकिया रखकर दबाया था, जिससे दम घुटने से मौत हो गई। इसके बाद लूट करके भाग गए।
जल्द अमीर बनना चाहतता था विवेक
सीओ प्रशांत सिंह ने बताया कि विवेक अक्सर विकास के घर जाता रहता था। इसलिए उसे हर पल की खबर रहती थी। पढ़ाई के दौरान महंगे मोबाइल, स्कूटी आदि का शौक हो गया। वहीं छात्र जल्दी अमीर बनना चाहता था। इसी तरह योगेश भी विवेक के साथ रहने लगा था। तीसरा आरोपित लालच के चलते शामिल हुआ था।