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अलीगढ़ में उद्यमी पवन जैन ने 1996 में लिख दिया था शिक्षा में आधुनिकता का फलसफा

जिले में पहला एनआइआइटी का कंप्यूटर सेंटर खोला था पावना ग्रुप के संस्थापक ने उच शिक्षा उपलब्ध कराने 2007 में खोली थी मंगलायतन यूनिवर्सिटी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 02:09 AM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 02:09 AM (IST)
अलीगढ़ में उद्यमी पवन जैन ने 1996 में लिख दिया था शिक्षा में आधुनिकता का फलसफा
अलीगढ़ में उद्यमी पवन जैन ने 1996 में लिख दिया था शिक्षा में आधुनिकता का फलसफा

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : कोरोना महामारी ने भले ही 2019-20 में शिक्षा को आधुनिकता की पटरी पर लाया हो लेकिन शिक्षा में आधुनिकता का फलसफां पावना ग्रुप व पावना ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के संस्थापक पवन जैन 1996 में ही लिख चुके थे। मैरिस रोड पर उन्होंने जिले का पहला नेशनल इंस्टीट्यूट आफ इंफार्मेशन टेक्नोलाजी (एनआइआइटी) का कंप्यूटर सेंटर विद्यार्थियों के लिए खोला था। इतना ही नहीं उच्च शिक्षा मुहैया कराने के लिए 2007 में मंगलायतन यूनिवर्सिटी की स्थापना कराई थी।

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पवन जैन मूल रूप से बुलंदशहर के रहने वाले थे। पिता कैलाश चंद्र जैन आध्यत्मिक गुरु व मां विमला गृहणी थीं। 1968-69 में पवन अलीगढ़ आए। 1970 में खिरनी गेट स्थित अल्का ग्रुप परिवार में केशवदेव की बेटी आशा जैन से विवाह किया। तभी समाचार पत्र से जुड़े। 1971 में पत्नी के नाम पर आशा इंजीनियरिग व‌र्क्स के नाम से फ्यूल काक असेंबलिग का काम शुरू किया। पावना ग्रुप आफ इंडस्ट्रीज लंबे समय तक जुड़े रहे सीए अतुल गुप्ता ने बताया कि आगरा रोड पर ही कृष्णापुरी में किराए के मकान में रहते हुए 1973 में आटोलाक के नाम से ताला फैक्ट्री शुरू की। 1975 में पला रोड पर फैक्ट्री के लिए जमीन ली। 1981 में गोपालपुरी में जगह लेकर मां के नाम पर विमलांचल आवास बनाया। फिर वहीं ताले की फैक्ट्री संचालित की। 1998 में पवन जैन ने दिल्ली पब्लिक स्कूल की फ्रेंचाइजी लेकर डीपीएस अलीगढ़ खोला। 2000 में तीर्थधाम मंगलायतन की स्थापना भी कराई। 2003 में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शिरकत की। 2007 में डीपीएस सिविल लाइंस और 2013 में डीपीएस हाथरस खुलवाया।

इटेलियन कंपनी जैडी के बने मालिक : पवन जैन को 30 अक्टूबर 1984 में पुत्र प्राप्ति हुई। उनके पुत्र स्वप्निल जैन इस समय पावना ग्रुप के एमडी हैं। पवन जैन ने 1994 में कार्पोरेट सेक्टर में कदम रखा और पावना ग्रुप आफ इंडस्ट्रीज बनाई। 2001 में इटेलियन कंपनी जैडी (जेडएडीआइ), जो लाक्स बनाती थी, से करार किया। पावना-जैडी सिक्योरिटी सिस्टम लिमिटेड शुरू हो गया। 2010 में कंपनी से 27 फीसद शेयर भी लिए और उस कंपनी के मालिक बने।

नरेंद्र मोदी समेत कई हस्तियां आईं मंगलायतन : तीर्थधाम मंगलायतन, मंगलायतन यूनिवर्सिटी हो या डीपीएस स्कूल पवन जैन खेल, आध्यात्म, शिक्षा व राजनीति हर क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखते थे। इसी का कारण था कि इन संस्थानों में समय-समय पर गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, पूर्व गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी समेत कई दिग्गज इन संस्थानों में आ चुके हैं।

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शोक जताया, कहा-भुला नहीं पाएंगे

जासं, अलीगढ़ : उद्योगपति पवन जैन के निधन से हर तरफ शोक की लहर है। जैन के अंतिम दर्शन के लिए उनके प्रशंसकों का तांता लगा रहा। हर किसी की जुबां पर एक ही बात थी कि जैन लोगों के दिलों में हमेशा जिदा रहेंगे। कृष्णापुरी मठिया स्थित श्मशान गृह में बड़ी संख्या में अधिकारी, जनप्रतिनिधि और प्रतिष्ठित लोग पहुंचे। मंडलायुक्त गौरव दयाल, उद्योगपति विजय बजाज, महापौर मोहम्मद फुरकान अहमद, शहर विधायक संजीव राजा, पूर्व सांसद चौधरी बिजेंद्र सिंह, मुख्तार जैदी, दिनेश ज्वैलर्स, मधुप लहरी, सीए अतुल जैन, प्रदीप के गुप्त, राजीव जैन, ज्ञानेंद्र जैन, विवेक ओसवाल, मुनेश जैन, सुरेश जैन आदि थे। पूर्व कैबिनेट मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने कहा कि पवन जैन ने शिक्षा और सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया था। नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर व भाजपा नेता अभिमन्यु सिंह ने भी शोक जताया। वरिष्ठ पत्रकार विनय ओसवाल ने बताया कि पवन जैन से वर्ष 1991 में जुड़े थे। उनके सानिध्य में पत्रकारिता की, फिर कारोबार में सहयोगी बना। अहमदी मदरसा चाचा नेहरू की संस्थापक सलमा अंसारी ने पवन जैन के निधन पर शोक जताया है। विद्यालय में शोक सभा का भी आयोजन किया गया। भाजपा नेता सौरभ अग्रवाल, कांग्रेस नेता विवेक बंसल, व्यापारी नेता अनुराग गुप्ता, उमेश श्रीवास्तव, अनिल वर्मा ने भी शोक जताया है।


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