Hathras Case News Update: आरोपित के फोन में सैनिटाइजर नाम से फीड था मृतका के भाई का नंबर
बूलगढ़ी कांड अब नया मोड़ ले रहा है। मृतका के बड़े भाई के नाम से जारी नंबर और आरोपित संदीप के नंबर की डिटेल चौंका रही है। दोनों के नंबरों से 104 बार बातचीत हुई है। वह भी उस दौरान जब मृतका का बड़ा भाई नोएडा में था।
हाथरस,जेएनएन। बूलगढ़ी कांड अब नया मोड़ ले रहा है। मृतका के बड़े भाई के नाम से जारी नंबर और आरोपित संदीप के नंबर की डिटेल चौंका रही है। दोनों के नंबरों से 104 बार बातचीत हुई है। वह भी उस दौरान जब मृतका का बड़ा भाई नोएडा में था। फोन घर पर रहा। भाई इसे एक षड्यंत्र बता रहा है? और बातचीत से इन्कार कर रहा है। इसका नंबर आरोपित संदीप के फोन में सैनिटाइजर नाम से सेव मिला है। इसकी पुष्टि एक प्रशासनिक अधिकारी ने भी की है, जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को भी दी गई है। हालांकि, परिजनों ने इस संबंध में कुछ नहीं बताया है।
संदीप के नंबर पर पांच घंटे बातचीत
यह कॉल डिटेल (सीडीआर) अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 तक की निकाली गई है। छह महीने में मृतका के भाई के नाम पर जारी नंबर व संदीप के नंबर पर पांच घंटे से ज्यादा बातचीत की गई है। इसके बाद साढ़े पांच महीने की कॉल डिटेल अभी खंगाली जानी है। मृतका के भाई ने बताया कि काफी समय से वह अपने भाई के साथ नोएडा में रह रहा था। वहीं की एक कंपनी में काम करता था। छोटे भाई की शादी नहीं हुई है। उसकी पत्नी बूलगढ़ी में स्वजन के साथ रह रही थी, जिसके मोबाइल में उसके नाम से जारी नंबर था, लेकिन संदीप से बात कभी नहीं की। पिता ने बताया कि एक बड़ी साजिश की जा रही है। फोन मेरे पास रहता था। अब जो काम नहीं किया, वह बताया जा रहा है। संदीप से बात करने की बात षड्यंत्र ही है। सही क्या है? यह पता लगाने में एसआइटी जुटी है।
बूलगढ़ी गांव में कंट्रोल रूम बनाया
हाथरस : गांव बूलगढ़ी में मृतका के घर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। चारों ओर पुलिस का पहरा तो है ही, घर के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। पास ही कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसके लिए प्रशासन ने टेंट भी लगवाया है।
प्रत्येक सदस्य को दो-दो सुरक्षाकर्मी
ऐसा स्वजन की ओर से जान को खतरा बताने पर किया गया है। मृतका के पिता ने एसआइटी व नेताओं से सुरक्षा की मांग की थी। कहा था कि परिवार की जान को खतरा है। इसका कारण गांव में आरोपितों के समाज के लोगों की संख्या अधिक होना बताया था। इसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा का घेरा कड़ा करना शुरू कर दिया। परिवार के प्रत्येक सदस्य को दो-दो सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं। कुल छह सदस्य हैं। इनमें मृतका की बहन, पिता, भाभी व दो भाई हैं। घर के पास ही मेटल डिटेक्टर लगाया गया है, जिस पर चार पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। घर के दरवाजे पर पुलिसकर्मी रजिस्टर लेकर बैठे हैं, जो आने-जाने वालों के नाम, पता और कारण लिख रहे हैं।
कंट्रोल रूम बनाया
बुधवार की दोपहर घर के दरवाजे से लेकर रोड तक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। आसपास लाइट की व्यवस्था भी की गई है। एडीएम जेपी सिंह ने बताया कि पीडि़तों की सुरक्षा के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे लगवाने के साथ ही मृतका के घर के पास कंट्रोल रूम बनवाया गया है, ताकि घर के आसपास की हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।