आगरा के सिपाही की खुदकुशी के मामले में पुलिस को मिले अहम सुराग, जानिए विस्तार से Aligarh News
गांधीपार्क थाना क्षेत्र के एक होटल में खुदकुशी करने वाले आगरा के सिपाही का शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस खुदकुशी के कारण पता लगाने में जुट गई है। हालांकि स्वजन की तरफ से कोई तहरीर नहीं मिली है।
अलीगढ़, जेएनएन। गांधीपार्क थाना क्षेत्र के एक होटल में खुदकुशी करने वाले आगरा के सिपाही का शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस खुदकुशी के कारण पता लगाने में जुट गई है। हालांकि स्वजन की तरफ से कोई तहरीर नहीं मिली है।
यह है मामला
आगरा के थाना कागारौल के गांव बैमन निवासी 23 वर्षीय लोकेंद्र अलीगढ़ के नगर निगम के इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर बतौर सिपाही तैनात था। लोकेंद्र ने रविवार रात 10:20 बजे दुबे के पड़ाव स्थित रायल क्लासिक होटल में कमरा नंबर 107 बुक किया था। स्टाफ ने ये भी कहा कि सुबह आठ बजे जगा देना। सोमवार सुबह जब स्टाफ का एक सदस्य पहुंचा तो काफी देर खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुला। खिड़की से देखा तो शव पंखे पर लटका था। नौ बजे पुलिस को सूचना दी गई। सीओ द्वितीय राघवेंद्र सिंह व इंस्पेक्टर गांधीपार्क हरिभान सिंह राठौर मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक की टीम ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा। फील्ट यूनिट की टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए हैं। सीओ द्वितीय ने बताया कि सिपाही ने खुदकुशी की है। इसका कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।
हंसमुख स्वभाव था लोकेंद्र
लोकेंद्र यहां कंट्रोल रूम पर जनवरी से तैनात था। अक्सर सिविल लाइन क्षेत्र की अतरौली अड्डा चौकी पर रुकता था। रात में होटल में क्यों रुका? यह जांच का विषय है। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के कर्मचारियों का कहना है कि लोकेंद्र हंसमुख स्वभाव का था। रविवार शाम को सभी से अच्छे से बात की थीं। किसी को तनाव का आभास नहीं हुआ। सोमवार को दोपहर दो बजे से उसे ड्यूटी पर आना था।