देश को बचाने के लिए फिर से घर-घर रामायण का पाठ जरूरी Aligarh news
शहर के गूलर रोड स्थित श्री हंस ज्ञान मंदिर श्रीराम कथा में प्रभु के गुणों का बखान किया गया। महात्मा भद्वेश्वरी बाई ने कहा कि प्रभु श्रीराम का आचरण पूरी दुनिया में आदर्श है। प्रभु ने बचपन में ही बड़े-बड़े राक्षसों का वध किया।
जेएनएन, अलीगढ़ : शहर के गूलर रोड स्थित श्री हंस ज्ञान मंदिर श्रीराम कथा में प्रभु के गुणों का बखान किया गया। महात्मा भद्वेश्वरी बाई ने कहा कि प्रभु श्रीराम का आचरण पूरी दुनिया में आदर्श है। प्रभु ने बचपन में ही बड़े-बड़े राक्षसों का वध किया। वन से लौटे, राज्याभिषेक की तैयारी हाेने लगी तो उन्हें वन जाने का आदेश हो गया। प्रभु राज्याभिषेक की सूचना से प्रसन्न नहीं थे और वन जाने के आदेश से निराश नहीं थे। यही उनका सबसे बड़ा गुण है।
गुरुजनों व महात्माओं का सम्मान होना चाहिए
उन्होंने आदर्श प्रस्तुत करके समाज को यह बतलाया कि कैसे जीवन जीना चाहिए। रावण का वध करने के बाद भी उन्होंने सोने की लंका स्वीकार नहीं की, चाहते तो वो वहां के राजा बन सकते थे, मगर अपने वचन के अनुसार विभीषण को राज सौंपकर अयोध्या लौट आए। उन्होंने कहा कि जननी और मातृभूमि दोनों स्वर्ग से बढ़कर है। आज प्रभु श्रीराम से सीख लेने की बड़ी जरूरत है। देश को बचाना है तो फिर से घर-घर रामायण का पाठ होना चाहिए। अपने गुरुजनों और महात्माओं का सम्मान होना चाहिए। देवी-देवताओं की पूजा होनी चाहिए, तभी हमारा देश सिरमौर बनेगा। महात्मा आत्रेय बाई ने कहा कि पूरी दुनिया को श्रीराम के आदर्श पर चलना होगा, वरना समाज में अत्याचार, अनाचार और पाप बढ़ेंगे। क्योंकि आज हर किसी की इच्छा प्रबल हो रही है। वह ज्यादा से ज्यादा धन एकत्र करने की लालसा रखता है, जबकि हमें ज्ञान की जरूरत है। ज्ञान ही सबसे बड़ी संपत्ति है। धन और संपत्ति नश्वर है, वह नष्ट हो जाती है, ज्ञान और सेवाकार्य आपके साथ जुड़ा रहता है। इसी से आपको यश की प्राप्ति होती है। इसलिए दुनिया के आंडवरों से निकलिए और धर्म और संस्कृति से जुड़िए। क्योंकि समाज जीतना आधुनिक होता जा रहा है, उतना ही पाप और अत्याचार बढ़ता जा रहा है। कथा के दौरान भगवान शिव के तांडव की झांकी प्रस्तुत की गई। मनमोहक नत्य देखकर हर कोई मोहित हो उठा। प्रभु श्रीराम और भगवान शिव के जयकारे लगे। मिशन यूथ विंग के जितेंद्र अग्रवाल ने कहा कि हम सभी को सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। यही एक रास्ता है तो व्यक्ति को महान बनाता है। वीरेंद्र कुमार शर्मा, मनु प्रताप कश्यप, भोले रंजन ठाकुर, योगेंद्र पाल सिंह योगी, नीतू सिंह, कार्तिक जादौन, राहुल भाई, ममता ठाकुर, सांवरी ठाकुर, आरती, नंदिनी, पंकज कुमार, ललिता, शिवम आदि मौजूद थे।