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यदि आप अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज जा रहे हैं तो पता कर लें हड़ताल खत्म हुई या नहीं...

आपका कोई परिचित बीमार है। गंभी हालत में उसे अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज ले जाना चाह रहे हैं तो रुको। पहले पता कर लें कि अभी हड़ताल समाप्त हुई या नहीं। दो दिन से हड़ताल रही। शनिवार को तीसरा दिन है।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 06:52 AM (IST)Updated: Sat, 06 Mar 2021 06:52 AM (IST)
यदि आप अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज जा रहे हैं तो पता कर लें हड़ताल खत्म हुई या नहीं...
पहले पता कर लें कि अभी हड़ताल समाप्त हुई या नहीं।
अलीगढ़, जेएनएन। आपका कोई परिचित बीमार है। गंभी हालत में उसे अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज ले जाना चाह रहे हैं तो रुको। पहले पता कर लें कि अभी हड़ताल समाप्त हुई या नहीं। दो दिन से हड़ताल रही। शनिवार को तीसरा दिन है। इससे मरीज परेशान हैं। हालांकि, हड़ताल समाप्त कराने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन, जब तक खत्म नहीं होती तब तक संकट ही है। इसलिए पहले पता करें। फिर वहां जाने का निर्णय लें। 
हड़ताल समाप्ती के फैसले को ठहराया अवैध 
एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज की ट्रामा इमरजेंसी में गुरुवार को डा. असद आलम के साथ मारपीट करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को दूसरे दिन भी रेजीडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) की हड़ताल जारी रही। हड़ताल निरस्त व जारी के पेंच में आरडीए की एडहाक चेयर के खिलाफ महाभियोग पारित कर जनरल बाडी ने आरडीए चेयर्स को भंग कर टेंपरेरी वर्किंग कमेटी गठित कर दी है। शाम आठ बजे जनरल बाडी मीङ्क्षटग (जीबीएम) में हड़ताल पर अग्रिम फैसला लिया जाना था। मगर आरडीए चेयर्स ने मुख्य पीडि़त व जनरल बाडी से विमर्श किए बिना हड़ताल खत्म करने का फैसला सुना दिया। इस फैसले को जीबीएम में अवैध करार देते हुए मुख्य आरोपित रिजवान के पकड़े जाने तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय किया गया। ये जानकारी आरडीए वर्किंग कमेटी मेंबर आकिब ने दी।
खाली पड़े रहे स्ट्रेचर 
चिकित्सकों की हड़ताल से जेएन मेडिकल परिसर में दूसरे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा। स्ट्रेचर भी खाली पड़े रहे। हड़ताल की जानकारी के अभाव में उपचार की आस में आए मरीजों को वापस भेज दिया गया। हालांकि दो आरोपितों आमिर व हसमुद्दीन ने कोर्ट में सरेंडर कर गिरफ्तारी दी। मगर डा. असद के साथ मारपीट करने का मुख्य आरोपित रिजवान अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। वर्किंग कमेटी मेंबर आकिब ने कहा कि आरडीए चेयर्स ने बिना जनरल बाडी से वार्ता किए फैसला कर विश्वास खो दिया है। चिकित्सकों ने कहा कि ऐसा करना उनके साथ धोखाधड़ी है। अगले चुनाव होने तक आरडीए चेयर्स को डिसमिस कर दिया गया है। बताया कि आरडीए की मांग है कि मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी हो, नए सिक्योरिटी इंचार्ज की तैनाती हो और इमरजेंस, ट्रामा सेंटर, ओपीडी-4 व ब्लड बैंक के आस-पास सख्त सुरक्षा चक्र मुहैया कराया जाए। कहा कि अभी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से आफिशियल्स का कोई डेलीगेशन पीडि़त पक्ष से मिलने नहीं आया है। मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी व अन्य मांगों के पूरा होने तक हड़ताल जारी रखी जाएगी। बताया कि आरडीए की जिस चेयर का तख्तापलट किया गया है उसमें डा. मोहम्मद काशिफ, डा. मोहम्मद खलफ सबा, डा. मोहम्मद आदिल, डा. राधिका अरोरा, डा. सौरभ पाठक आदि शामिल थे।
जवां दुर्घटना के घायल भी लौटे वापस
जवां दुर्घटना में घायल हुए करीब 20 लोगों को भी पहले मेडिकल ले जाया गया। मगर हड़ताल के चलते उनको वहां उपचार नहीं मिल सका। इसके बाद घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया।
ये हैं टेंपरेरी वर्किंग कमेटी में
- डा. मोहम्मद आकिब फारुखी, डिपार्टमेंट आफ मेडिसिन
- डा. मोहम्मद दैयान उस्मानी, डिपार्टमेंट आफ आप्थमोलाजी
- डा. जुलकुरनैन, डिपार्टमेंट आफ पीडियाट्रिक्स

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