Move to Jagran APP

Dainik Jagran Question Time : विधवा पेंशन रुक गई है या कन्या सुमंगला का लाभ नहीं मिला तो करिए फोन

सरकार ने जनहित में तमाम योजनाएं संचालित कर रखी हैं। इनमें महिला कल्याण विभाग की ओर से मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना व विधवा पेंशन प्रमुख रूप से शामिल हैं। तमाम लोगों को जानकारी के अभाव में इनका लाभ नहीं मिल पाता है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Thu, 18 Nov 2021 06:03 AM (IST)Updated: Thu, 18 Nov 2021 06:16 AM (IST)
Dainik Jagran Question Time : विधवा पेंशन रुक गई है या कन्या सुमंगला का लाभ नहीं मिला तो करिए फोन
जागरण प्रश्‍न पहर में जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह से करें शिकायत।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। सरकार ने जनहित में तमाम योजनाएं संचालित कर रखी हैं। इनमें महिला कल्याण विभाग की ओर से मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना व विधवा पेंशन प्रमुख रूप से शामिल हैं। तमाम लोगों को जानकारी के अभाव में इनका लाभ नहीं मिल पाता है। कई बार आवेदन के बाद भी न विधवा पेंशन आती है और न ही कन्या सुमंगला का लाभ मिलता है। वहीं, कोरोना संक्रमण के चलते अपने मां-बाप या अभिभावक को खोने वाले अनाथ बच्चों के लालन-पालन के उद्देश्य से संचालित मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से भी तमाम नौनिहाल अछूते हैं।

loksabha election banner

जिला प्रोबेशन अधिकारी को फोन कर शिकायत करें

यदि आप भी इन योजनाओं के लाभ के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटते हुए थक गए हैं तो गुरुवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह को फोन करके सीधे शिकायत करें। लोगों की समस्या को देखते हुए उन्हें दैनिक जागरण के ‘ प्रश्न पहर ’ कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया हैं। चुनिंदा सवाल-जवाबों को अखबार में प्रकाशित किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार, तीसरे पहर 03 से 04 बजे तक फोन नंबर 7351124145 पर संपर्क कर सकते हैं।

ज्यादा लिखने से अच्छे लेखक नहीं बनते : प्रो. स्टीफन

अलीगढ़ । एएमयू के भाषा विज्ञान विभाग की ओर से लेखन के रहस्य विषय पर व्याख्यान पेश किया। अमेरिकी भाषाविद शैक्षिक शोधकर्ता और दक्षिण कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में प्रो. एमेरिट्स डा. स्टीफन डी क्रेशेन ने भी व्याख्यान पेश किया। उन्होंने कहा कि अध्ययन से भाषा अर्जित नहीं करते। बहुत ज्यादा लिखने से अच्छे लेखक नहीं बनते हैं। इनपुट मायने रखता है, आउटपुट नहीं। वास्तविक लेखन समस्याओं को हल करने और स्मार्ट बनाने में मदद कर सकता है। यह बड़े पैमाने पर संशोधन और जो हमने लिखा होता है उसे बार-बार पढ़ने और उस में सुधार करने से संभव होता है। संचालन प्रो. इम्तियाज हसनैन ने किया। डा. नाजरीन बी लस्कर ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.