'अगर कोई उनका अपमान करेगा तो उसका सर कलम कर देंगे'
जासं अलीगढ़ फ्रांस के खिलाफ दो दिन पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में छात्रों द्वारा कि
जासं, अलीगढ़ : फ्रांस के खिलाफ दो दिन पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में छात्रों द्वारा किए विरोध प्रदर्शन का एक विवादित वीडियो सामने आया है। एएमयू छात्र व ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के पश्चिमी उत्तर प्रदेश (यूथ) प्रभारी फ़रहान जुबेरी ने वीडियो में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कोई उनका का अपमान करेगा तो उसका सर कलम कर देंगे'। अगर कोई पैगम्बर मुहम्मद की तरफ एक उंगली भी उठाएगा तो उसकी उंगली तोड़ देंगे और अगर कोई आंख उठा कर देखेगा तो उसकी आंखें निकाल लेंगे। क्योंकि, हमारी बुनियाद कलमे से है। इस वीडियो के आधार पर पुलिस ने छात्र नेता जुबेरी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इंतजामिया को भी पत्र लिखकर वीडियो में दिख रहे अन्य लोगों की की पहचान पूछी है।
वीडियो में छात्र नेता जुबेरी का पूरा बयान है। इसमें कहा कि फ्रांस में 2011 से लगातार नबी की तस्वीर को गलत तरीके से प्रदर्शित किया जा रहा है। हम इसकी निंदा करते हैं। हम मजम्मत करते हैं फ्रांस के राष्ट्रपति की, जिन्होंने उस पोस्टर को वहां की सरकारी इमारत पर दिखाया। हमें शर्म आती है कि हमारे लिए ऐसी चीजें की जाती हैं और हमारे नबी को ऐसी जगहों पर दिखाया जा रहा है। फ्रांस में इस्लामीफोविया अपने चरम पर है। वहां पर हमारी मां-बहनों को हिजाब नहीं पहनने दिया जाता है। फ्रांस की सरकार इस्लाम और मुसलमान से डरती है। सरकार के खिलाफ छात्रों ने नारेबाजी की और फ्रांस के सामान का इस्तेमाल न करने का एलान किया। पुलिस ने जुबेरी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में धारा 153ए तथा 506 के तहत मामला दर्ज किया है।
कुछ दिन पहले ही जेल से रिहा हुआ है जुबेरी
छात्र नेता फ़रहान जुबेरी कुछ दिन पहले ही जेल से रिहा हुआ है। एएमयू में नागरिक संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन में हुआ था। इस दौरान15 दिसंबर 2019 में हुए बवाल के मामले में इसे जेल भेज दिया गया था। पिछले माह जमानत पर रिहाई मिली है।
पुलिस का पत्र मिला है। वीडियो में छात्र फ़रहान जुबेरी के साथ मौजूद लोगों की जानकारी मांगी गई है। इसका जवाब जल्द दिया जाएगा।
प्रो. एम. वसीम अली, प्रॉक्टर