MLA SO Assault Case in Aligarh: मैं झूठ बोल सकता हूं, मगर सच्चाई नहीं छिपेगी
गौंडा थाने के निलंबित एसओ अनुज ने दैनिक जागरण से बातचीत में पहली बार अपना पक्ष रखा। कहा इस प्रकरण के बाद मेरा मनोबल टूट चुका है।
अलीगढ़ [जेएनएन]: गौंडा थाने के निलंबित एसओ अनुज ने दैनिक जागरण से बातचीत में पहली बार अपना पक्ष रखा। कहा, इस प्रकरण के बाद मेरा मनोबल टूट चुका है। मेरा नुकसान जो हुआ, उसका कुछ नहीं। दबाव में हम लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है। मैं झूठ बोल सकता हूं, लेकिन सच्चाई छिपेगी नहीं। घटना के बारे में बताते हुए कहा कि विधायक राजकुमार सहयोगी ने मुकदमे के सिलसिले में कोई बात नहीं की। आते ही मारपीट कर दी। हूटर बजाते हुए तीन-चार गाडिय़ों में विधायक अंदर आए। पहले झाड़ू लगा रहे चौकीदार को गाली-गलौज करते हुए फटकार दिया। मैंने कहा कि बुजुर्ग को क्यों गाली दे रहे हैं। इनका अपमान मत करिये। इस पर गाली देते हुए कहने लगे कि तुझे तो मैं बताता हूं और मुझ पर हाथ छोड़ दिया। पूरी मर्यादा खो दी। मेरी वर्दी तक खींच ली। मैं शून्य हो चुका था। पूरी बात मैंने अधिकारियों के संज्ञान में लाई। मुझे दुख है कि विधायक ने वर्दी में मुझसे मारपीट की।
मैं पेड़ के पास खड़ा था,आरोप निराधार : देवेंद्र
विधायक की ओर से लगाए गए आरोपों को दारोगा देवेंद्र ने निराधार बताया है। देवेंद्र ने कहा कि विधायक हूटर बजाते जब आए। तभी एसओ केबिन से बाहर निकले। झोपड़ी की तरफ बैठने के लिए चल दिए। वहां विधायक ने पहले चौकीदार को गालियां दीं। इसका एसओ ने विरोध किया तो उन्हें पीटा। मैं तो पेड़ के पास काफी दूर खड़ा था। जब झड़प हुई तो मैं पहुंचा। थाने में रोजाना की तरह स्टाफ था। विधायक के साथ भी 14-15 लोग थे।