Hyderabad Encounter: जश्न ही जश्न... पुलिस ने बांटी मिठाई, लगाए नारेAligarh News
हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के चारों आरोपितों के एनकाउंटर में मारे जाने का भले ही कुछ नेताओं ने गलत बताया हो मगर शहरवासियों में उत्साह है।
अलीगढ़ [जेएनएन]। हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के चारों आरोपितों के एनकाउंटर में मारे जाने का भले ही कुछ नेताओं ने गलत बताया हो, मगर शहरवासियों में उत्साह है। घटना के दस दिन में ही मारे गए आरोपितों को लोगों ने सही न्याय करार दिया है। कहा, कोर्ट में लंबा मामला चलता। कई बार पीडि़त परिवार हताश और निराश हो जाता है। पीडि़ता के परिवार को न्याय मिल गया और आगे से ऐसा दुस्साहस करने वालों को नसीहत भी। सोशल मीडिया पर तो पुलिस को बधाइयों का तांता लग गया। पुलिस ने भी मिठाई बांटकर खुशी मनाई।
सोशल मीडिया पर पल-पल की जानकारी
शुक्रवार की सुबह लोग जगे थे। टीवी चैनल और सोशल मीडिया पर हैदराबाद कांड के आरोपितों के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर चल रही थी। सुबह आठ बजे तक तो यह खबर शहर से लेकर देहात तक फैल गई। लोग सोशल साइड पर पल-पल की जानकारी लेने लगे। सुबह दस बजे तक तो हर किसी की जुबान पर हैदराबाद कांड के एनकाउंटर को लेकर ही चर्चा थी। घर हो या फिर चौराहे पर चाय की दुकान हर जगह हैदराबाद पुलिस की बहादुरी की चर्चाएं थीं। लोग कह रहे थे जैसे को तैसा मिला। जिस प्रकार से बिटिया के साथ हैवानियत की थी उसी प्रकार से इनके साथ भी हुआ। कुछ मुहल्लों में तो खुशी में मिठाई भी बांटी गई।
जल्द से जल्द मिले सजा
शिवसेना के जिला युवा प्रमुख अमित सोनी ने कहा कि हैदराबाद की पुलिस ने अपना काम कर दिया। अब उन्नाव की पुलिस को भी इसी प्रकार से आरोपितों को सजा देनी चाहिए। कोर्ट में वर्षों तक मामला चलता है। उन्नाव कांड के भी आरोपितों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए।
पुलिस ने भी मनाई खुशी
तेलंगाना के हैदराबाद में चारों आरोपितों के एनकाउंटर से पूरे देश में खुशी का माहौल है तो पुलिस जगत ने भी मिठाई बांटकर खुशी जताई। अधिकतर थानाध्यक्षों ने एनकाउंटर को सही बताकर कहा कि तात्कालिक रूप से जो कार्रवाई की गई, वो अच्छा है। एसएसपी कार्यालय में स्थित सीओ दफ्तर में लड्डू बांटे गए। सीओ तृतीय अनिल समानिया ने अपने ऑफिस के सभी साथियों को खुद लड्डू खिलाए। इस दौरान पुलिस जिंदाबाद, तेलंगाना पुलिस ने बहुत अच्छा किया। हेल्पिंग हैैंड सोसाइटी ने बारहद्वारी पर मिठाई बांटकर खुशी जताई।
जिंदा रहने का हक नहीं
पूर्व सांसद राजकुमारी चौहान का कहना है कि ऐसे अपराधियों के लिए यही दंड उपयुक्त है। इन लोगों ने दुष्कर्म कर महिला डॉक्टर जिंदा जला दिया। इन्हें जिंदा रहने का कोई हक नहीं था।
एनकाउंटर से ही मिलेगा सबक
मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के प्रदेश अध्यक्ष एम जमाल का कहना है कि एनकाउंटर से महिलाओं के प्रति गलत सोच रखने वालों को सबक मिलेगा। यदि कोर्ट के जरिये पीडि़ता के परिवार को न्याय मिलता तो इसी तरह के निर्भया और उन्नाव के दुष्कर्म के आरोपितों को न्याय मिल गया होता।