Lockdown 2: हुजूर, बाजार में ऑस्ट्रेलिया का नहीं मिलेगा खजूर Aligarh News
हुजूर बाजार में इस बार ऑस्ट्रेलिया का खजूर नहीं मिलेगा। लॉकडाउन के चलते आयात नहीं हो सका है। चुनिंदा दुकानों पर विभिन्न वैरायटी का खजूर मिल रहा है।
अलीगढ़ [जेएनएन]: हुजूर बाजार में इस बार ऑस्ट्रेलिया का खजूर नहीं मिलेगा। लॉकडाउन के चलते आयात नहीं हो सका है। चुनिंदा दुकानों पर विभिन्न वैरायटी का खजूर मिल रहा है।
रमजान में खजूर का महत्व
रमजान में खजूर का अलग महत्व है। यह सेहत के लिए अच्छा होता है। यही वजह है कि बाजार में इसकी बिक्री बढ़ गई है। इस बार ऑस्ट्रेलिया से आयात अजबा खजूर नहीं मिल पाएगा। दोदपुर, मेडिकल रोड पर कुछ ही दुकानोंं पर अच्छी वैरायटी के खजूर हैं। इस बार 100 रुपये वाला खजूर 120 रुपये में मिल रहा है।
इन देशों के खजूर पहुंच से होंगे दूर
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर देश में चल रहे लॉकडाउन के चलते आयात पर प्रतिबंध लगा है। रमजान में खजूर की बिक्री में उछाल है। इस बार ऑस्ट्रेलिया, मदीना, इरान, अरब, जोडन, टूनेशिया की खास किस्म नहीं मिलेंगी। दोदपुर, ऊपरकोट, देहलीगेट, शाहजमाल स्थित चुनिंदा दुकानों पर यह पहले मिलते थे।
नहीं आ रहा बाहर से खजूर
खजूर के थोक कारोबारी सराय रहमान निवासी महमूद का कहना है कि कोरोना के चलते खाड़ी देशों से खजूर का आयात बंद हो गया। इस बार 15 से 20 फीसद तक रेट बड़े हैं। अजबा खजूर बाजार में नहीं है।
खजूर की वैरायटी
ताजा तमूर, 400
फरद, 300
कीमिया, 140
देशी, 120
(दाम प्रतिकिलो में)
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खजूर के साथ रोजा खोला है। सुन्नत में भी इसका जिक्र है। गुणवत्ता वाले खजूर नहीं मिल रहे।
सायरा बानो, रोजेदार
खजूर विटामिनयुक्त होता है। रोजेदार को ताकत देता है। मैंने इसका सेवन कर ही रोजा खेला।
अदीबा खानम, रोजेदार
खजूर जांच परख कर ही लें। अजबा खजूर मुंह में डालते ही घुल जाता है। मैंने घर पर नमाज अदा की।
हाजी शाहिद, फफाला हुजूर, बाजार में ऑस्ट्रेलिया का नहीं मिलेगा खजूर