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नहीं खुला उम्मीदों की किस्मत का ताला

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : आम बजट में उम्मीदों के मुताबिक राहत न मिलने से ताला-हार्डवेयर की ि

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Feb 2018 02:33 AM (IST)Updated: Fri, 02 Feb 2018 02:33 AM (IST)
नहीं खुला उम्मीदों की किस्मत का ताला
नहीं खुला उम्मीदों की किस्मत का ताला

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : आम बजट में उम्मीदों के मुताबिक राहत न मिलने से ताला-हार्डवेयर की किस्मत का ताला नहीं खुल सका। जीएसटी की विसंगतियों में राहत नहीं दी गई है। दाखिल किए गए रिटर्न के रिफंड के लिए भी कोई घोषणा नहीं की गई है। पेट्रोल-डीजल पर दो रुपये कम कर व एमएसएमई की लोन प्रक्रिया को ऑनलाइन कर ब्याज में पांच फीसद की कटौती कर कुछ राहत देने की कोशिश की गई है।

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शहर में ताला, हार्डवेयर, मूर्ति, बिजली फिटिंग आदि का सालाना 54 हजार करोड़ रुपये का कारोबार है। इनसे जुड़ीं छोटी-बड़ी पांच हजार इकाइयां हैं। कारोबारियों को सबसे बड़ा झटका आयकर टैक्स स्लैब में छूट न मिलने से लगा है। नए उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए टैक्स फ्री की उम्मीदों पर भी पानी फिरा है। नए उद्योगों के लिए तीन हजार करोड़ रुपये का बजट सरकार ने रखा है। इसमें अलीगढ़ का नंबर आएगा, यह समय के गर्त में है। उद्यमियों को उम्मीद थी कि कच्चे माल के लिए सब्सिडी पर लोन देने की घोषणा सरकार कर सकती है, मगर ऐसा नहीं हुआ। बजट में कॉमन फैसिलिटी सेंटर व कंटेनर डिपो के लिए भी कुछ नहीं किया गया है। कच्चे माल की खरीद पर सब्सिडी व अलीगढ़ में मिनी एअरपोर्ट के लिए भी घोषणा नहीं की गई है। ताला-हार्डवेयर उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए म्यूजियम की घोषणा भी नहीं की गई है। इन सुविधाओं के लिए उद्यमी बजट से उम्मीद लगाए बैठे थे।

कारपोरेट टैक्स घटने से राहत : सरकार ने कारपोरेट टैक्स घटाया है। 250 करोड़ या इससे कम का कारोबार करने वाली प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों पर बजट में पांच फीसद टैक्स कम किया गया है। इस राहत भरे फैसले से लोग छोटी-छोटी कंपनियां बनाएंगे। जो कंपनियां प्राइवेट लिमिटेड के दायरे में आना चाहती हैं, उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा। अब तक कारपोरेट टैक्स 29 फीसद था। शहर में 40-50 प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां हैं। टैक्स कम होने का लाभ इन्हें मिलेगा। निर्यात में नई प्रोत्साहन नीति न आने से कुछ निराशा है।

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पिछले 10 साल सरकार ने कारपोरेट टैक्स कम नहीं किया था। केंद्र की मोदी सरकार ने पिछली बार बैठक में हर साल एक फीसद टैक्स कम करने का वादा किया था। अचानक पांच फीसद कम करने का फैसला चौकाने वाला है। हम सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं।

धनजीत वाड्रा, उद्योगपति

सरकार ने सूक्ष्म और लघु उद्योग से जुड़े कारोबारियों को निराश किया है। आयकर टैक्स की स्लैब में छूट बढ़ती तो निश्चित ही इसका व्यापारियों को लाभ मिलता। ताला-हार्डवेयर के प्रोत्साहन के लिए भी आम बजट में कोई राहत नहीं दी गई है। ऐसे में यह उद्योग आगे कैसे बढ़ पाएगा?

मनीष बंसल, ताला-हार्डवेयर निर्माता

वित्तमंत्री ने अपने बजट भाषण में सूक्ष्म व लघु उद्योग की चर्चा तक नहीं की। उनका मैन फोकस या तो कारपोरेट पर रहा या किसानों को खुश करने का प्रयास किया गया। हमारी चर्चा ही नहीं की गई। बजट निराशाजनक है। इससे ताला-हार्डवेयर कारोबार को प्रोत्साहन नहीं मिलेगा।

सुनील दत्ता, कारोबारी

सरकार ने एमएसएमई के लिए लोन प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। इसके तहत मंजूर होने वाले लोन के ब्याज में पांच फीसद छूट की घोषणा की गई है। बजट में किसानों व गरीबों की दशा सुधारने के लिए पांच लाख रुपये का मुफ्त बीमा होगा। आम बजट सबके लिए राहत भरा है।

चंद्रशेखर शर्मा, कारोबारी


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