ब्लैकमेलिंग के लिए बीएसएफ के कांस्टेबिल को बनाया बंधक, फिर कैसे पहुंची पुलिस जानिए Aligarh news
अलीगढ़ में हनी ट्रेप का बड़ा मामला सामने आया है। गभाना पुलिस ने अपह़त किए बीएसएफ के कांस्टेबिल को छुड़ाने के दौरान इसका भांडा फोड़ा तो सब हैरान रह गए। शहर के गांधीपार्क क्षेत्र में पकड़े गए इस गैंग का काम भी होश उड़ाने वाला है।
अलीगढ़ : अलीगढ़ में हनी ट्रैप का बड़ा मामला सामने आया है। गभाना पुलिस ने अपह़त किए बीएसएफ मे कांस्टेबिल को छुड़ाने के दौरान इसका भांडा फोड़ा तो सब हैरान रह गए। शहर के गांधीपार्क क्षेत्र में पकड़े गए इस गैंग का काम भी होश उड़ाने वाला है। शादी का लालच देकर यह गैंग पहले लोगों को अपने जाल में फंसाता है फिर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता है। पुलिस ने गैंग के सरगना समेत तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। मकान में गैंग अवैध धंधा भी संचालित करता था। यहां भारी मात्रा में पुलिस को शक्ति वर्धक दवाओं के अलावा अश्लील व आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है । पुलिस अब इस रैकेट के फैले हुए नेटवर्क को भेदने में जुट गई है ।
अपहरण का मुकदमा दर्ज
एएसपी गभाना विकास कुमार ने मंगलवार को पुलिस लाइन में मीडिया को बताया कि सोमवार को गभाना-रामपुर निवासी युवक पंकज कुमार ने थाने में पहुंचकर पिता सज्जनपाल सिंह जो बीएसएफ मे कांस्टेबिल हैं को अलीगढ़ में दवा लेने जाने और वापस न आने की जानकारी दी। बताया कि एक उसे एक अज्ञात मोबाइल फोन नंबर से पिता को उनके कब्जेे में होने व छोड़ने के बदले दो लाख रुपये की फिरौती मांगे जाने की जानकारी दी गई। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
मोबाइल की लोकेशन से मिली सटीक जानकारी
पुलिस ने संदिग्ध मोबाइल फोन नंबर को सर्विलांस पर लेकर उसकी लोकेशन पता की। जो गांधीपार्क क्षेत्र में धनीपुर ब्लॉक के पास गली नं एक के पास निकली । इस पर गांधीपार्क पुलिस की मदद से डॉ. ब्रजेश सिंह के मकान पर छापेमारी की गई। यहां एक कमरे में किसान सज्जनपाल सिंह के अलावा दो युवक व एक महिला चारपाई पर घेरे हुए मिले । एक युवक तमंचा लेकर सज्जनपाल सिंह को धमका रहा था । छापेमारी के दौरान घर में खलबली मच गई और वहां मौजूद लोग भाग छूटे । पुलिस ने मौके से हनी ट्रेप गैंग के सरगना भूपेंद्र उर्फ रेडर निवासी गोपालपुर, जवां को तमंचा, कारतूस को दबोच लिया। पुलिस ने भूपेंद्र के ही गांव के साथी शीशपाल व गौरी पत्नी टूरिया निवासी अमरपुर नेहरा, लोधा हाल निवासी जलालपुर, देहलीगेट को पकड़ लिया । शीशपाल के पास से 2500 रुपये मिले । पुलिस को कमरे से भारी मात्रा शक्तिवर्धक दवाएं, अश्लील साहित्य व आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई।
शादी कराने का देते थे झांसा
सज्जनपाल सिंह के मोबाइल पर 28 नवंबर को फोन आया केि हम तुम्हारे भतीजे की शादी करा देंगे। अविवाहित भतीजे की शादी के लालच में वह घर से हनी ट्रैप गैंग के बताए गए स्थान पर गांधीपार्क क्षेत्र में आ गये । यहां गैेंग से जुड़े सदस्यों ने उसे पकड़ लिया और उससे घर से दो लाख की रकम मंगाने को कहा। विरोध पर कपड़े उतरवाकर एक युवती के साथ उसके अश्लील फोटो व वीडियो बना ली। फिर धमकाया कि या तो दो लाख रुपये मंगाकर दो नहीं तो थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा देंगे और वीडियो व फोटो को इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर बदनमा कर देंगे। सज्जनपाल ने बताया कि डर के चलते उसने गैंग के सदस्यों के मोबाइल नंबर से घर पर फोन कर खुद को बंधक बना लेने की जानकारी दी ।
लंबे समय से चल रहा धंधा
एएसपी विकास कुमार ने बताया कि डॉ. ब्रजेश के मकान में काफी लंबे समय से हनी ट्रैप गैंग अवैैैैध धंधा संचालित कर रहा था । गैंग लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर अपने झांसे में ले लेता था फिर उनकी अश्लील वीडियो बनाकर व ब्लैकमेल कर गंदा धंधा कराया जाता था । चाहकर भी लड़कियां इस दलदल से बाहर नहीं निकल पाती थीं। गैंग सरगना भूपेंद्र सिंह उर्फ जेडर ने बताया कि बाहर से लड़कियाें को बुलाकर अवैध धंधा चलाते हैं । फोन के जरिए लोगों को लालच देकर उन्हें मोहपाश में फंसाकर उन्हें मकान पर बुलाते थे, फिर अश्लील वीडियो व फोटो तैयार कर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देकर उनके स्वजन को बुलाकर मोटी रकम हासिल कर लेते थे। बदनामी के डर से अधिकांश लोग थाने में जाकर शिकायत भी नहीं करते हैं ।
ये हुए मौेके से फरार
पुलिस ने जिस वक्त मकान में छापेमारी की उस वक्त उसे यह जानकारी नहीं थी कि यहां कुछ लोग और भी हो सकते हैं। पुलिस अपहृत सज्जन पाल व अन्य लोगों से पूछताछ करने में जुट गई तो इस बीच मौका पाकर गैंग से जुड़े लोग निकलकर भाग गए । पकड़े गए आरोपितों के अनुसार गैंग में अनुकूल पाल उर्फ फौजी, अमित, नेहा, शशि, इंद्रा, संजय, सोनू उर्फ मोहित निवासी जलालपुर, इंद्रा नगर, देहलीगेट आदि शामिल हैं।
शादी के बदले मोटी रकम
गैंग सरगना भूपेंद्र कुमार ने पुलिस को बताया कि कुंवारों की शादी कराने के नाम पर उनके स्वजन को अपने जाल में फंसाते थे। फिर उनसे मोटी रकम लेते थे । इसके बाद गैंग में शामिल लड़कियों को दिखाकर व उनके फोटो मोबाइल पर भेजकर शादी के लिए रजामंद कराते थे । शादी के बाद गैंग से जुड़ी लड़कियां लड़का पक्ष को झांसे में लेकर घर से नकदी, जेवरात आदि कीमती माल लूटकर भाग आती थीं । इस दौरान मिलने वाले माल व रुपयों को आपस में बांट लेते थे । अब तक गैंग दर्जनों लोगों को ब्लैकमेल के जरिए अपना शिकार बनाकर मोटी रकम ऐंठ चुका है । कई हाई प्रोफाइल लोगों को भी गैंग ने निशाना बनाने का प्रयास किया है, हालांकि वह मकसद में कामयाब नहीं हो सके।
नेटवर्क भेदने की तैयारी
पुलिस हनी ट्रैप गैंग के राजफाश के साथ ही पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुट गई है। मकान स्वामी डॉ. ब्रजेश की गैंग से संलिप्तता की जांच के साथ ही मौके से फरार हुए गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास शुुरू कर दिए हैं। एएसपी विकास कुमार के अनुसार आरोपित अपने संभावित ठिकानों से फरार हैं जल्द ही उन्हें पकड़ा जाएगा।
क्या है हनी ट्रैप ?
हनी ट्रैप यानि सरल शब्दों में कहें मीठा जाल। जिसमें फंसने वाले को भी एहसास नहीं होता कि वो कहां फंस गया। हनी ट्रैप गैंग में शामिल खूबसूरत महिलाएं अपने मोहपाश में लोगों को फंसा लेती हैं और फिर उनसे शुरू होता है ब्लैकमेलिंग के जरिए मोटी रकम ऐंठना।