अलीगढ़ में नए साल में बनकर तैयार होगा हाईवे, भर्राटा भरेंगे वाहन
जीटी रोड के निर्माण कार्य में हो रही है देरी अकराबाद में अभी तक चल रहा है काम तीन जोन में हो रहा है निर्माण अलीगढ़ जोन है पीछे।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : जीटी रोड (हाईवे) पर अब नए साल में वाहन फर्राटा भर पाएंगे। फेस वन का काम धीमे होने के चलते हाईवे का निर्माण दिसंबर तक नहीं हो पाएगा। नए साल में मार्च तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है, उसी के बाद वाहनों का आवागमन शुरू हो पाएगा, जबकि फेस-दो में एटा से मैनपुरी तक का काम पूरा हो चुका है। उसपर टोल भी शुरू कर दिया गया है।
पहले फेस का काम सुस्त
जिले में जीटी रोड को 2010 के करीब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) में शामिल हो गया था। इसके बाद गाजियाबाद से लेकर अलीगढ़ तक इसे फोरलेन किया गया। 2014 के करीब यह मार्ग बनकर तैयार हुआ था। मगर, अलीगढ़ से कानपुर तक फोरलेन नहीं किया गया। जबकि यह सीधे इलाहाबाद, प्रयागराज को जोड़ता है। लंबा अरसा इंतजार करने के बाद 2019 में फोरलेन के प्रस्ताव पर मुहर लगी। निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। बौनेर से लेकर कानपुर (आइआइटी) तक 298 किमी लंबा हाईवे बनना है। हाईवे का निर्माण कुल छह फेस में हो रहा है। तीन फेस अलीगढ़ और तीन कानपुर के अंतर्गत है। पहला फेस बौनेर से लेकर एटा तक है। यह 45 किमी लंबा है। जिसका काम काफी सुस्त चल रहा है। दूसरा फेस एटा से नबी गंज (मैनपुरी) तक है। इसकी भी दूरी 45 किमी है। मगर, इसका निर्माण हो गया है। इसपर टोल भी चालू हो गया है। फेस तीन नबीगंज (मैनपुरी) से कन्नौज तक है। इसकी दूरी 62 किमी है। इस प्रकार अलीगढ़ क्षेत्र में कुल 152 किमी हाईवे का निर्माण हो रहा है। तीसरे फेस का भी काम तेजी से चल रहा है और दो महीने में पूर्ण होने की संभावना है। इससे एटा से लेकर कन्नौज तक हाईवे पर वाहन फर्राटा भर सकते हैं। फेस वन पर काम की गति धीमे होने से यह दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक भी नहीं बन पाएगा। इससे इस साल हाईवे पर लोग नहीं चल सकेंगे। हालांकि, तमाम जगहों पर फोरलेन बन गया है, जिससे वाहन निकल रहे हैं।
लखनऊ पहुंचना भी होगा सुविधाजनक : जीटी रोड (हाईवे) के फोरलेन निर्माण से सिर्फ कानपुर ही सुविधा नहीं होगी, वरना लखनऊ पहुंचना भी आसान होगा। जिले के जनप्रतिनिधियों को अक्सर लखनऊ जाना पड़ता है, फिलहाल जीटी रोड का निर्माण न होने से उन्हें आगरा होकर लखनऊ एक्सप्रेस वे पकड़ना पड़ता है। इससे करीब 80 किमी दूरी बढ़ जाती है। जीटी रोड (हाईवे) का निर्माण होने पर फिर आगरा नहीं जाना होगा। सीधे अलीगढ़ से एटा-कन्नौज होते हुए लखनऊ पहुंच जाएंगे। इससे करीब दो घंटे समय की बचत होगी।
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काम कुछ धीमा रहा है, इसलिए दिसंबर तक निर्माण संभव नहीं लग रहा है। बारिश भी होने से काम कुछ बाधित रहा है। फिलहाल अब काम की गति तेज करा दी गई है, समय से पूरा कराने की कोशिश करेंगे।
पीपी सिंह, परियोजना प्रबंधक, एनएचएआइ
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जीटी रोड (हाईवे) का काम बहुत धीमी गति से हो रहा है। तमाम जगह निर्माण के चलते मार्ग वन-वे है। निर्माण के चलते मशीने आदि भी खड़ी रहती हैं, जिससे जाम लगते रहते हैं।
अवधेश शर्मा
काम के लिए तकरीबन प्रतिदिन अलीगढ़ आना-जाना रहता है। रास्ते में तमाम जगहों पर काम अधूरा पड़ा हुआ है। पूरे दिन रोड पर धूल उड़ती है। इस पर चलना मुश्किल हो जाता है। निर्माण कार्य की गति बहुत धीमे है।
मोहित कुमार रायजादा