हेलो जागरण : अभिशाप नहीं है बांझपन, तकनीक से इलाज संभव
अधिक उम्र में शादी अनियमित जीवनशैली खानपान की बदलती आदतों तंबाकू व धूमपान से बांझपन की समस्या आम हो गई है।
By Edited By: Published: Thu, 09 May 2019 11:00 AM (IST)Updated: Thu, 09 May 2019 11:13 AM (IST)
अलीगढ़ (जेएनएन)। अधिक उम्र में शादी, अनियमित जीवनशैली, खानपान की बदलती आदतों, तंबाकू व धूमपान से बांझपन की समस्या आम हो गई है। नुमाइश ग्र्राउंड जेल रोड स्थित शिवम केयर सेंटर मैटरनिटी एंड ट्रॉमा हॉस्पिटल की स्त्री, प्रसूति व बांझपन रोग विशेषज्ञ डॉ. निकिता गर्ग का कहना है कि अत्याधुनिक तकनीक से बेऔलाद सूनी गोद भी भर सकती है। बशर्ते समय रहते कमजोर शुक्राणु, अंडाशय में कमी व अन्य बीमारियों की समय से जांच व इलाज कराया जाए। डॉ. निकिता गर्ग 'हेलो जागरण' में पाठकों के सवालों का जवाब दे रही थीं।
मेरी उम्र 49 साल है। 21 साल की बेटी है। कई बार मिस कैरेज हो गया है। तीन साल से पीरियड बंद हैं। एक बच्चा और चाहती हूं। -प्रभा
- पति के शुक्राणु की संख्या ठीक है तो अपने अंडे की जांच कराएं। मीनोपोज की स्थिति भी हो सकती है। अंडे न बन रहे हों तो डोनर की मदद से आइवीएफ तकनीक अपना सकती हैं।
मेरी शादी को 15 साल हो गए। अभी तक बेऔलाद हूं। कोई राह दिखाएं। रजनी
- सर्वप्रथम बच्चेदानी, ट्यूब व अन्य जांच कराएं। लेप्रोस्कोपी व हिस्ट्रोस्कोपी भी करा सकती हैं। बांझपन अभिशाप नहीं है, अत्याधुनिक तकनीक से गोद भर सकती है। अब आइयूआइ (इंट्रा यूरेटियन इनसेमिनेशन) तकनीक के माध्यम से सक्रिय शुक्राणुओं को ओव्युलेशन के समय गर्भाशय में डाल दिया जाता है। यह प्रक्रिया तीन-चार बार अपनाई जाती है, इसमें आइवीएफ से काफी कम खर्चा होता है। आप चाहें तो सीधे आइवीएफ की तरफ भी जा सकती हैं।
दिसंबर में ऑपरेशन से डिलीवरी हुई। तीन माह से पीरियड नहीं आए, पेट में दर्द रहता है। -लवी शर्मा
- स्त्री रोग विशेषज्ञ से जांच कराकर दवाएं लें। कई बार लिकोरिया या दूसरे इन्फेक्शन से भी दर्द होता है।
13 साल की बेटी को पीरियड के समय ज्यादा ब्लीडिंग होती है। भूख नहीं लगती, कमजोर होती जा रही है। -पूजा
- उसके खानपान का ध्यान रखें। जंकफूड से परहेज करें। आयरन रिच फूड सेब, अनार, काले चने, लोबिया आदि खिलाएं। विशेषज्ञ से जरूर मिल लें।
शादी को दो साल हुए हैं। पीरियड में कभी ज्यादा तो कभी कम ब्लीडिंग होती है। पेट में दर्द रहता है। गर्भधारण भी नहीं हो पा रहा। - सीमा
- कई बार ओवरी में एंडोमेट्रियोसिस (चाकलेट सिस्ट) से ऐसी समस्या होती है। इससे बांझपन की आशंका बढ़ जाती है। विशेषज्ञ से मिलकर जांच कराएं।
इन्होंने लिया परामर्श
रविंद्र, शीतल, उर्मिला, मधुलिका, निशा शर्मा, राखी सिंह, श्रुति, आकाश आदि।
मेरी उम्र 49 साल है। 21 साल की बेटी है। कई बार मिस कैरेज हो गया है। तीन साल से पीरियड बंद हैं। एक बच्चा और चाहती हूं। -प्रभा
- पति के शुक्राणु की संख्या ठीक है तो अपने अंडे की जांच कराएं। मीनोपोज की स्थिति भी हो सकती है। अंडे न बन रहे हों तो डोनर की मदद से आइवीएफ तकनीक अपना सकती हैं।
मेरी शादी को 15 साल हो गए। अभी तक बेऔलाद हूं। कोई राह दिखाएं। रजनी
- सर्वप्रथम बच्चेदानी, ट्यूब व अन्य जांच कराएं। लेप्रोस्कोपी व हिस्ट्रोस्कोपी भी करा सकती हैं। बांझपन अभिशाप नहीं है, अत्याधुनिक तकनीक से गोद भर सकती है। अब आइयूआइ (इंट्रा यूरेटियन इनसेमिनेशन) तकनीक के माध्यम से सक्रिय शुक्राणुओं को ओव्युलेशन के समय गर्भाशय में डाल दिया जाता है। यह प्रक्रिया तीन-चार बार अपनाई जाती है, इसमें आइवीएफ से काफी कम खर्चा होता है। आप चाहें तो सीधे आइवीएफ की तरफ भी जा सकती हैं।
दिसंबर में ऑपरेशन से डिलीवरी हुई। तीन माह से पीरियड नहीं आए, पेट में दर्द रहता है। -लवी शर्मा
- स्त्री रोग विशेषज्ञ से जांच कराकर दवाएं लें। कई बार लिकोरिया या दूसरे इन्फेक्शन से भी दर्द होता है।
13 साल की बेटी को पीरियड के समय ज्यादा ब्लीडिंग होती है। भूख नहीं लगती, कमजोर होती जा रही है। -पूजा
- उसके खानपान का ध्यान रखें। जंकफूड से परहेज करें। आयरन रिच फूड सेब, अनार, काले चने, लोबिया आदि खिलाएं। विशेषज्ञ से जरूर मिल लें।
शादी को दो साल हुए हैं। पीरियड में कभी ज्यादा तो कभी कम ब्लीडिंग होती है। पेट में दर्द रहता है। गर्भधारण भी नहीं हो पा रहा। - सीमा
- कई बार ओवरी में एंडोमेट्रियोसिस (चाकलेट सिस्ट) से ऐसी समस्या होती है। इससे बांझपन की आशंका बढ़ जाती है। विशेषज्ञ से मिलकर जांच कराएं।
इन्होंने लिया परामर्श
रविंद्र, शीतल, उर्मिला, मधुलिका, निशा शर्मा, राखी सिंह, श्रुति, आकाश आदि।
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