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रिश्वत के भंवर में फंसा स्वास्थ्य विभाग, रेमडेसिविर से लेकर इलाज तक वसूली, जानिए पूरा मामला Aligarh news

कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच अब स्वास्थ्य विभाग ने आपदा को अवसर बना लिया है। इसी कारण विभाग रिश्वत के भंवर में फंसता जा रहा है। पिछले चंद दिनों में ही दो संवेदनशील मामले सामने आ चुके हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 04:25 PM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 04:49 PM (IST)
रिश्वत के भंवर में फंसा स्वास्थ्य विभाग, रेमडेसिविर से लेकर इलाज तक वसूली, जानिए पूरा मामला  Aligarh news
महिला डाक्टर द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए सात हजार की डिमांड की जा रही है।

अलीगढ़, जेएनएन ।  कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच अब स्वास्थ्य विभाग ने आपदा को अवसर बना लिया है। इसी कारण विभाग रिश्वत के भंवर में फंसता जा रहा है। पिछले चंद दिनों में ही दो संवेदनशील मामले सामने आ चुके हैं।

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मरीजों के स्‍वजन से मांगे जा रहे रिश्‍वत

इसमें एक मरीज से महिला डाक्टर द्वारा जहां रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए सात हजार की डिमांड की जा रही है। वहीं, दूसरे मामले में दीनदयाल अस्पताल का स्टाफ एक मरीज की बेटी से देखभाल के लिए दो हजार प्रतिदिन मांग रहे हैं। इन दोनों मामलों में अब जांच शुरू हो गई है। एसीएम प्रथम व एसडीएम कोल को अलग-अलग जांच दी गई है। ईडीएम मनोज राजपूत ने बताया कि जिला कंट्रोल रूम में बुधवार को एक शिकायती आई कि जिला अस्पताल की एक महिला डाक्टर रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर सात हजार रुपये मांग कर रही है। इस पर अब मंडलायुक्त गौरव दयाल ने एसीएम प्रथम केबी सिंह को जांच दी है। वहीं, दीनदयाल अस्पताल में भर्ती एक महिला मरीज की देखभाल के नाम पर उसकी बेटी से दो हजार रुपये मांगने के आडियो वायरल होने पर प्रभारी डीएम अंकित खंडेलवाल ने एसडीएम कोल काे जांच सौंपी है।


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