हाथरस के डीएम ने कहा, कर्मचारियों ने बरती लापरवाही होगी, तो होगी सख्त कार्रवाई, जानिए मामला
DM warning आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने में सासनी सहपऊ महौ की प्रगति अत्यं खराब होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए तैनात एमओआइसी को प्रतिदिन अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बनाते हुए अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए।
हाथरस, संवाद सहयोगी। जिलाधिकारी रमेश रंजन ने कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की जनपद स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक करते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं में अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने लापरवाह कर्मचारियों पर विभागीय कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
यह है मामला
जिला स्वास्थ्य समिति के अंतर्गत आयोजित बैठक में जननी सुरक्षा योजना, नियमित टीकाकरण, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, जन्म-मृत्यु पंजीकरण, आयुष्मान भारत अभियान, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता निवारण आदि कार्यक्रमों के प्रगति की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की रैंकिंग में सुधार लाने के निर्देश दिए। आयुष्मान भारत तथा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत जनपद में कुल लाभार्थी परिवारों 70360, कुल लाभार्थी 3,51,800 जनपद में बनाये गये गोल्डन कार्ड 1,23,870 बनाये गये हैं तथा इस योजना के अंतर्गत 7200 लोगों को लाभ दिया गया है। लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति 35 प्रतिशत है। आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने में सासनी, सहपऊ, महौ की प्रगति अत्यंत खराब होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए तैनात एमओआइसी को प्रतिदिन अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बनाते हुए अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए। नोडल अधिकारी डा. मधुर कुमार को आयुष्मान गोल्डन कार्ड के लिए तैनात कर्मचारियों द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कार्य न किए जाने की दशा में उनके विरुद्ध कार्यवाही करने तथा पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
ये अधिकारी रहे मौजूद
जिलाधिकारी ने ईंट-भट्ठा, कोल्ड स्टोरेज एवं जनपद के विभिन्न स्थानों पर कार्य करने वाले प्रवासी मजदूरों को अभियान चलाकर कोविड टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आरबीएसके0 टीम में कार्यरत डाक्टरों एवं कर्मचारियों को मूल स्थान पर स्थानांतरित करते हुए कार्य कराने के निर्देश दिए। उन्होंने आवंटित धनराशि के सापेक्ष कराये जाने वाले कार्य एवं प्राप्त की जाने वाली सामग्री से संबंधित पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी डा. बसंत अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी आरबी भास्कर, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. चन्द्रमोहन चतुर्वेदी, जिला कुष्ठ रोग अधिकारी थे।