Hathras case: मृतक के घर पर सीआरपीएफ ने बढ़ाई सुरक्षा, गांव बूलगढ़ी फिर पहुंची सीबीआइ
उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी की घटना को लेकर सीबीआइ की जांच बदस्तूर जारी है। मंगलवार को सीबीआइ की टीम फिर से गांव पहुंची। टीम के सदस्यों ने ग्रामीणों से भी पूछताछ की। सीबीआइ इस घटना के सच का तलाशने में जुटी हुई है।
हाथरस, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी की घटना को लेकर सीबीआइ की जांच बदस्तूर जारी है। मंगलवार को सीबीआइ की टीम फिर से गांव पहुंची। टीम के सदस्यों ने ग्रामीणों से भी पूछताछ की। सीबीआइ इस घटना के सच का तलाशने में जुटी हुई है। इसके लिए लगातार स्वजन, आरोपितों के स्वजन व खुद को मौके का चश्मदीद गवाह बताने वाले छोटू से भी पड़ताल कर रही है। ताकि शीघ्र ही इस मामले का खुलासा हो सके। इधर मृतक के घर पर सीआरपीएफ की सुरक्षा का पहरा भी कड़ा है। इतनों दिनों की पूछताछ के बाद अभी तक सीबीआइ किसी भी नतीज पर नहीं हो पहुंची है।
यह है मामला
बूलगढ़ी 14 सितंबर को अनुसूचित जाति की युवती पर हमला हुआ था। जिसकी बाद में मौत हो गई। इस मामले की जांच सीबीआइ द्वारा विगत एक माह से की जा रही है। टीम ने कई बार घटनास्थल का भी बारीकी से निरीक्षण किया है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों से भी पूछताछ कर चुकी है।
अब फोन पर बात करने वालों से सच जानने की कोशिश
बूलगढ़ी कांड का सच जानने के लिए 28 दिन से हाथरस में मौजूद सीबीआइ अब मृतका के स्वजन के मोबाइल फोन पर बात करने वालों से भी पूछताछ कर रही है। स्वजन ने किन-किन से बात की, उनकी भी सीबीआइ सूची बना रही है। पूरी कॉलम डिटेल निकलवा ली गई है। इस सूची में शामिल दो-तीन लोगों को सीबीआइ के अस्थाई कार्यालय पिछले दो दिनों में बुलाया जा चुका है। ?इससे गांव के लोगों के अलावा मृतका के स्वजन के संपर्क में आए लोगों में दहशत है।
50 से अधिक लोगों से पूछताछ
मृतका के स्वजन हों या आरोपित या उनके स्वजन। पुलिसकर्मी हों या आपोपितों के दोस्त। सभी से कई चरणों में सीबीआइ की टीम पूछताछ कर चुकी है। तीन बार मौका ए वारदात का निरीक्षण करने के साथ कई बार बूलगढ़ी में मृतका के पिता, मां और दोनों भाइयों से पूछताछ कर चुकी है। स्वजन को सीबीआइ अफसर कैंप कार्यालय बुलाकर भी पूछताछ कर चुके हैं। रविवार को टीम के दो सदस्य शाम करीब साढ़े चार बजे फिर नाबालिग आरोपित के घर आए और उसके पिता और भाई को अपने साथ घटनास्थल पर ले गए। वहां दोनों घास काट रहे थे। यहां करीब 40 मिनट रुककर मौके का नक्शा बनाने के साथ दोनों से कई सवाल भी घटना को लेकर किए। टीम इसके बाद अपने कैंप कार्यालय अलीगढ़ रोड आ गई।