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अलीगढ़ में स्नातक प्रथम वर्ष में तीन घंटे की होगी परीक्षा, ओएमआर से मुक्ति

कोरोना काल में डिग्री कालेजों के विद्यार्थियों के डेढ़ घंटे की ओएमआर शीट आधारित परीक्षा देनी पड़ रही थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Dec 2021 07:00 PM (IST)Updated: Thu, 16 Dec 2021 07:00 PM (IST)
अलीगढ़ में स्नातक प्रथम वर्ष में तीन घंटे की होगी परीक्षा, ओएमआर से मुक्ति

जासं, अलीगढ़ : कोरोना काल में डिग्री कालेजों के विद्यार्थियों के डेढ़ घंटे की ओएमआर शीट आधारित परीक्षा देनी पड़ रही थी। नई शिक्षा नीति ने स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को ओएमआर शीट पर परीक्षा से मुक्ति दे दी है। परीक्षाएं तीन घंटे की और विस्तृत प्रश्नों पर आधारित होंगी। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा (आगरा यूनिवर्सिटी) ने यह व्यवस्था लागू कर दी है।

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यूनिवर्सिटी की जनसंपर्क अधिकारी डा. सुनीता गुप्ता ने बताया कि नई शिक्षा नीति को स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए लागू कर दिया गया है। स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को दो सेमेस्टर की परीक्षाएं देनी होंगी। विद्यार्थी एक या दो वर्ष में पढ़ाई छोड़ता है तो उसको एक या दो वर्ष का डिप्लोमा दिया जाएगा। तीसरे वर्ष को पूरा करने वाले विद्यार्थियों को डिग्री दी जाएगी। विद्यार्थियों को तीन घंटे की परीक्षा देनी होगी। परीक्षा विस्तृत प्रश्नों पर आधारित होगी। 10 विस्तृत प्रश्नों में से किन्हीं पांच के उत्तर देने होंगे। विद्यार्थियों को ओएमआर शीट पर डेढ़ घंटे की बहुविकल्पीय प्रश्न आधारित परीक्षा देने से मुक्ति मिल गई है। कुलपति प्रो. आलोक राय ने परीक्षा समिति की बैठक में निर्णय लेकर आदेश जारी कर दिए हैं।

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नौवीं से 12वीं कक्षा तक के अंक 20 तक होंगे अपलोड

जासं, अलीगढ़ : माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) ने कक्षा नौवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की छमाही लिखित व प्रयोगात्मक परीक्षाओं के अंक अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। 20 दिसंबर तक अंक वेबसाइट पर अपलोड करने हैं। अभी भी जिले में 400 से ज्यादा माध्यमिक विद्यालयों ने अंक अपलोड नहीं किए हैं। इनको नोटिस जारी किया गया है।

कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों की छमाही परीक्षाएं कराकर अंक अपलोड करने का काम पूरा करने के लिए पहले तीन दिसंबर, फिर 15 दिसंबर निर्धारित की गई। अब 20 दिसंबर तक कर दिया गया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीज कुछ दिन पहले जिले में मिले। ओमिक्रोन का खतरा भी है। इसलिए अप्रिय स्थिति बनने पर इन अंकों के आधार पर ही परिणाम घोषित किया जा सकेगा, इसलिए ये प्रक्रिया अपनाई जा रही है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि अभी तमाम विद्यालयों ने अंक अपलोड नहीं किए हैं। इन सभी को नोटिस जारी किया गया है। निर्धारित तिथि तक अंक अपलोड न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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